कानपुर 14 मार्च परिजनों की लापरवाही के कारण आज फिर एक मंदबुद्धि 7 वर्षीय बालक दर-दर भटकने को मजबूर हो गया| चाइल्डलाइन के संज्ञान में अक्सर मंदबुद्धि बच्चों के मामले आते
रहते हैं जो कि परिजनों की लापरवाही के कारण या परिजनों द्वारा त्याग दिए जाते हैं और और अपने अपने घरों से भटकने के लिए मजबूर हो जाते हैं हमारे समाज में दिन-प्रतिदिन बच्चों के प्रति
अपराध व शोषण के मामले प्रकाश में आते हैं और फिर भी अभिभावक अपने बच्चों के प्रति जागरूक नहीं है और उनकी लापरवाही के चलते मासूम बच्चों को भटकना पड़ता है चार लाइन के
प्रकाश में प्रत्येक में ऐसे कई मामले आते हैं जिसमें परिजनों की लापरवाही से बच्चे घर से भटक जाते हैं| अज्ञात बालक उम्र 7 वर्ष पुत्र अज्ञात निवासी अज्ञात जोकि चाइल्ड लाइन कानपुर को
एक्सप्रेस रोड कानपुर से मिला जिसकी चाइल्ड लाइन द्वारा जीडी एंट्री थाना हरवंश मोहाल में कराते हुए अपनी सुपुर्दगी में लिया बालक ने सफेद शर्ट काली पैंट पहन रखी है इस बच्चे का रंग गेहुआ है
बालक की सूचना कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर दी और इसके साथ ही चाइल्डलाइन बच्चे के परिजनों की खोज का निरंतर प्रयास कर रही है क्योंकि बालक मंदबुद्धि होने कारण अपने परिजनों के बारे में
ज्यादा जानकारी नहीं दे पा रहा है| जिस कारण चाइल्डलाइन को बालक के परिजनों की खोज करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है| चाइल्ड लाइन कानपुर के कार्यकर्ताओं द्वारा आसपास
जानकारी करने का प्रयास किया गया लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया जिस पर चाइल्ड लाइन द्वारा बच्चे के परिजनों की तलाश के लिए बच्चे को भ्रमण कराया लेकिन बच्चे का कुछ पता नहीं चल
पाया| चाइल्ड लाइन कानपुर के समन्वयक प्रतीक धवन ने बताया कि बच्चा बार-बार उसके घर का पता पूछने पर इशारा करता है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बालक कानपुर नगर में
किसी मलिन बस्ती का है और परिजनों की लापरवाही के कारण परिजनों से बिछड़ गया है और भटक कर एक्सप्रेस रोड क्षेत्र में पहुंच गया| साथ ही उन्होंने बताया कि बालक के परिजनों की तलाश
चाइल्ड लाइन कानपुर अपने स्तर से कर रही है और परिजनों के मिलने तक बालक को बाल कल्याण न्यायपीठ के समक्ष प्रस्तुत कर सुभाष चिल्ड्रन होम नौबस्ता कानपुर नगर में आश्रय दिलाया गया है
चाइल्डलाइन के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया कि मंदबुद्धि बच्चों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है लेकिन परिजनों की लापरवाही के कारण मासूम बच्चे परिजनों से बिछड़ जाते हैं और उन्हें अपने परिजनों से दूर रहना पड़ रहा है ।
रहते हैं जो कि परिजनों की लापरवाही के कारण या परिजनों द्वारा त्याग दिए जाते हैं और और अपने अपने घरों से भटकने के लिए मजबूर हो जाते हैं हमारे समाज में दिन-प्रतिदिन बच्चों के प्रति
अपराध व शोषण के मामले प्रकाश में आते हैं और फिर भी अभिभावक अपने बच्चों के प्रति जागरूक नहीं है और उनकी लापरवाही के चलते मासूम बच्चों को भटकना पड़ता है चार लाइन के
प्रकाश में प्रत्येक में ऐसे कई मामले आते हैं जिसमें परिजनों की लापरवाही से बच्चे घर से भटक जाते हैं| अज्ञात बालक उम्र 7 वर्ष पुत्र अज्ञात निवासी अज्ञात जोकि चाइल्ड लाइन कानपुर को
एक्सप्रेस रोड कानपुर से मिला जिसकी चाइल्ड लाइन द्वारा जीडी एंट्री थाना हरवंश मोहाल में कराते हुए अपनी सुपुर्दगी में लिया बालक ने सफेद शर्ट काली पैंट पहन रखी है इस बच्चे का रंग गेहुआ है
बालक की सूचना कंट्रोल रूम के 100 नंबर पर दी और इसके साथ ही चाइल्डलाइन बच्चे के परिजनों की खोज का निरंतर प्रयास कर रही है क्योंकि बालक मंदबुद्धि होने कारण अपने परिजनों के बारे में
ज्यादा जानकारी नहीं दे पा रहा है| जिस कारण चाइल्डलाइन को बालक के परिजनों की खोज करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है| चाइल्ड लाइन कानपुर के कार्यकर्ताओं द्वारा आसपास
जानकारी करने का प्रयास किया गया लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया जिस पर चाइल्ड लाइन द्वारा बच्चे के परिजनों की तलाश के लिए बच्चे को भ्रमण कराया लेकिन बच्चे का कुछ पता नहीं चल
पाया| चाइल्ड लाइन कानपुर के समन्वयक प्रतीक धवन ने बताया कि बच्चा बार-बार उसके घर का पता पूछने पर इशारा करता है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बालक कानपुर नगर में
किसी मलिन बस्ती का है और परिजनों की लापरवाही के कारण परिजनों से बिछड़ गया है और भटक कर एक्सप्रेस रोड क्षेत्र में पहुंच गया| साथ ही उन्होंने बताया कि बालक के परिजनों की तलाश
चाइल्ड लाइन कानपुर अपने स्तर से कर रही है और परिजनों के मिलने तक बालक को बाल कल्याण न्यायपीठ के समक्ष प्रस्तुत कर सुभाष चिल्ड्रन होम नौबस्ता कानपुर नगर में आश्रय दिलाया गया है
चाइल्डलाइन के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया कि मंदबुद्धि बच्चों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है लेकिन परिजनों की लापरवाही के कारण मासूम बच्चे परिजनों से बिछड़ जाते हैं और उन्हें अपने परिजनों से दूर रहना पड़ रहा है ।
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