Tuesday, June 30, 2020

संस्था आप और हम के जिला मीडिया प्रभारी बने वरिष्ठ पत्रकार जावेद अली

बड़े हर्ष के साथ अवगत कराया जाता है कि  उत्तर प्रदेश के जिला फिरोजाबाद तहसील टूंडला निवासी वरिष्ठ पत्रकार श्री जावेद अली को  क्रांतिकारी संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी के निर्देश पर उत्तर प्रदेश महासचिव श्री रमेश पाराशर ने  जिला फिरोजाबाद का वरिष्ठ मीडिया प्रभारी के पद पर मनोनीत किया है , श्री जावेद के आने से क्रांतिकारियों की मुहिम     को मीडिया के माध्यम से आवाज उठार  आगे बढ़ाएंगे और संगठन   में मीडिया  से संबंधित कार्यों की भूमिका  निह स्वार्थ भावना से  सेवा करेंगे , संस्था इनके उज्जवल भविष्य की कामनाएं करती है
सभी पदाधिकारियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए
जावेद अली को हार्दिक शुभकामनाएं दी
बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष  , ज़मीर आलम राष्ट्रीय प्रवक्ता,  ,सरदार कंवलप्रीत सिंघ राष्ट्रीय सचिव , रमेश पाराशर उत्तर प्रदेश महासचिव, सरदार मनमिंदर सिंह प्रदेश संरक्षक , सतेंद्र धाकरे वरिष्ठ पत्रकार अमर उजाला / जिला फिरोजाबाद संरक्षक, साजिद अली मंडल अध्यक्ष आगरा,  बंटी पाल मण्डल महासचिव आदि ने

Sunday, June 28, 2020

रामपुर के शाहज़ेब उर्फ शेज़ी सैफ़ी बने सैफ़ी संघर्ष समिति पंजीकृत द्वारा जिला अध्यक्ष रामपुर

हमेशा से हिन्दू मुस्लिम एकता व भाईचारे की मिसाल रहा सैफ़ी समाज का अपना लोकप्रिय राष्ट्रीय संगठन *सैफ़ी संघर्ष समिति* (पंजीकृत) के *कुनबा बढ़ाओ अभियान* को आगे बढ़ाते हुए "सैफ़ी संघर्ष समिति" पंजीकृत के
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री *हसीन अहमद सैफ़ी* जी के निर्देशानुसार, प्रदेश सचिव *अख़्तर सैफ़ी* जी की सन्तुति पर कोर कमेटी उत्तर प्रदेश की सहमति के बाद उत्तर प्रदेश अध्यक्ष श्री *आबिद सैफ़ी* उर्फ *सैफ़ी हिंदुस्तानी* जी द्वारा जनपद रामपुर निवासी प्रिय साथी *शाहज़ेब सैफ़ी उर्फ शेज़ी पुत्र मोहम्मद आक़िब सैफ़ी* जी की समाज के प्रति निष्ठा एवं लगन शीलता को देखते हुए आपको *जनपद रामपुर* का *जिला अध्यक्ष* मनोनीत किया जाता हैं।

उम्मीद है कि आप सैफ़ी संघर्ष समिति (पंजी) को ओर अधिक मजबूती प्रदान करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय *हसीन अहमद सैफ़ी* जी व उत्तर प्रदेश अध्यक्ष माननीय *सैफ़ी हिंदुस्तानी* जी एवं संगठन की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेंगे।

*सैफ़ी संघर्ष समिति (पंजी) परिवार आपकी*
*उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हैं।*

प्रतिलिपि:- सादर सूचनार्थ प्रेषित...
हसीन अहमद सैफ़ी (राष्ट्रीय अध्यक्ष)
सैफ़ी हिंदुस्तानी (अध्यक्ष, उ.प्र.)
एड. हनीफ़ सैफ़ी (प्रदेश सलाहकार मंत्री)
हाजी शमीम आलम सैफ़ी (प्रदेश महासचिव)
अफ़ज़ल सैफ़ी (प्रभारी, उ.प्र.)
अख़्तर सैफ़ी (प्रदेश सचिव)
आरिफ़ सैफ़ी (अध्यक्ष,पश्चिम उ.प्र.)

    भवदीय...

    श्री *अरशद सैफ़ी*
मीडिया प्रभारी (उत्तर प्रदेश)
सैफ़ी संघर्ष समिति (पंजीकृत)
कोरोना योद्धाओं को सलाम!!
अभियान के तहत
आज पीपाड़ सिटी जोधपुर राजस्थान में विशाल सम्मान समारोह  आयोजित हुआ।
जिसमे   राष्ट्रीय अध्यक्ष किशन गोयल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भागीरथ गहलोत, राष्ट्रीय प्रभारी सुरेंद्र सिंह नारवा,प्रीतम सिंह चौहान,धर्मेंद्र उपाध्याय समेत प्रदेश जिला कमेटी भी  शामिल हूई।
सभी कार्यकर्ता मुहिम को आगे बढ़ाते हुए  कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया।पीपाड़ शहर के  पालिका अध्यक्ष महेंद्र जी कच्छावा, SDM शैतान Singh Rajpurohit, सीआई प्रेमदान रत्नु , एवं अन्य प्रशासनिक  अधिकारियों सहित 25 लोगों को सम्मानित किया गया। साथ ही शहर के  दिनेश कच्छावा को शहर ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्त किया गया।

हारेगा कोरोना, जीतेगा इंडिया
मानवाधिकार न्याय सुरक्षा ट्रस्ट नई दिल्ली

Saturday, June 27, 2020

सरदार कंवलप्रीत सिंह बने राष्ट्रीय सचिव संस्था आप और हम

आपको बड़े हर्ष के साथ अवगत कराया जाता है कि  क्रांतिकारी संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन  की केंद्रीय कमेटी की सर्वसहमति से संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी ने  उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के निवासी  युवा  समाजसेवी सरदार कंवलप्रीत सिंघ सचदेवा को पुनः संस्था   की केंद्रीय कमेटी में राष्ट्रीय सचिव के पद पर मनोनीत किया है    सिंह के आने से  संस्था को युवा शक्ति  ऊर्जा मिलेगी  , और क्रांतिकारियों की मुहिम को  आगे बढ़ाने में सहायक होंगे , संस्था इनके उज्जवल भविष्य की कामनाएं करती है
  नवनियुक्त पदाधिकारी  महोदय को सभी ने हर्ष व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दीं
बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष, ज़मीर आलम राष्ट्रीय प्रवक्ता ,   राहुल कुलश्रेष्ठ उत्तर प्रदेश संरक्षक   रमेश पाराशर उत्तर प्रदेश महासचिव, देवेन्द्र कुमार यादव उत्तर प्रदेश प्रवक्ता , सरदार मनमिंदर सिंह उत्तर प्रदेश संरक्षक , मनोज मिश्रा उत्तर प्रदेश प्रभारी अखिलेश पचौरी उत्तर प्रदेश महासचिव , सरदार शैलेन्द्र सिंघ महासचिव मध्यप्रदेश , कपिल वर्मा साउथ दिल्ली प्रदेश महासचिव , शालिनी कपूर उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष , हरमीत कौर महासचिव उत्तर प्रदेश , साजिद अली बाबा मंडल अध्यक्ष आगरा , सरदार त्रलोक सिंह  प्रभारी मेरठ मंडल, बंटी पाल महासचिव मंडल आगरा ,  विमल जैन आदि

Friday, June 26, 2020

नुंह 25 जून 2020 एसओएस भारतीय बालग्राम द्वारा संचालित परिवार सशक्तिकरण कार्यक्रम के अंतर्गत मालब गांव के 76, टपकन के 70 तथा रेहना के 71गरीब परिवारों को कोविड-19 महामारी के बचाव हेतु , पुनः खाद्य सामग्री मुहैया कराई गई

बता दें कि इससे पहले अप्रैल तथा मई  माह में भी खाद्य सामग्री वितरित की गयी थी l  इसमें प्रत्येक पैकेट में 50 किलो आटा, 10 किलो चावल  5 किलो दाल तथा 6 किलो  चीनी, 1किलो सूखा दुध,  5 किलो सरसो तेल  तथा 3 किलो नमक वितरीत किया गया 

नूह ब्लाक के तीन गाँवो  रेहना, टपकन तथा मालब से कुल 217 परिवारों  को एसओएस भारतीय बालग्राम द्वारा खाद्य सामाग्री वितरीत की गयी | इस दौरान लोगों को महामारी से बचने के लिए प्रोजेक्ट इंचार्ज श्री राजेश सिंह ने विडिओ कॉलिंग द्वारा  जागरूक किया   , तथा लॉक डाउन का पालन करने के लिए समझाया

|साथ  ही उन्होंने सभी लाभार्थी परिवारों की देखभाल करने वाली माताओं से बच्चो की सुरक्षा का विशेष ध्यान देने के लिए आह्वान किया I सामान वितरण के दौरान सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया | इस अवसर पर लोगों  को जागरुक  करते हुए श्री

लक्ष्मण सिंह ने सभी लाभार्थी परिवारों को घर पर साफ सफ़ाई  रखने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करने के लिए अवगत कराया |  उन्हें यह भी बताया गया कि लोग कोविड-19 के इस युद्ध के  प्रमुख सिपाही डॉक्टर्स  नर्स पुलिस  एवं सफाई कर्मियों का

सम्मान करें और साथ ही उनके  स्वस्थ रहने के लिए  ईश्वर से कामना करें |सामाग्री वितरण में टपकन के सरपंच श्री ताज मोहम्मद जी ने लोंगो की हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया तथा एस ओ एस संस्था के कार्यों की सरहना की I मालब गावं के सरपंच मोहम्मद

साबिर ने भी लोंगो को इस महामारी मे धैर्य रखने का सूझाव दिया तथा मालब गाँव  के गरीब परिवारों की मदद करने का भरोसा दिया l    इस अवसर पर एसओएस बालग्राम के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री लक्ष्मण  सिंह, आनन्द पांडे,  पप्पू लाल मीना तथा क्षेत्रीय कार्यकर्ता एवं सहयोगी मेहराब खान,मोहम्मद इरफान, ज़ाकिर हुसैन व  खालिद हुसैन,  श्रीमति पूजा आदि उपस्थित रहे |

Tuesday, June 23, 2020

पूर्व चेयरमैन नूर इदरीसी सामाजिक संस्था अंजुमन इदरीसिया के उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष नियुक्त



       कन्नौज। 21 जून 2020 का दिन तंज़ीम के लिये एक नई खुश खबरी लेकर आया संस्था के चीफ ऑर्गनाइज़र हाजी हयात हुसैन इदरीसी ने तंज़ीम के ज़िम्मेदारों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान बहाल करने का ऐलान किया,  उन्होंने तंज़ीम के पूर्व अध्यक्ष रहे और वर्तमान कार्यकारिणी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व नगर पालिका परिषद बिल्हौर के चेयरमैन रहे,शिक्षाविद एवं वरिष्ठ पत्रकार रहे नूर इदरीसी को उ प्र कार्यकारिणी की दोबारा से ज़िम्मेदारी सौंपी। हाजी हयात इदरीसी ने कहा कि चूंकि मैं अब काफी अर्से से बीमारी की वजह और बढ़ती उम्र की वजह से काफी कमजोर हो गया हूँ इसलिये संगठन की ज़िम्मेदारी निभाने में असमर्थ हूँ और इस लिए अपने ओहदे से त्याग पत्र दे रहा हूँ और ये ज़िम्मेदारी नूर इदरीसी साहब को सौंप रहा हूँ।
सामाजिक संस्था अंजुमन इदरीसिया की उ प्र कार्यकारिणी के नवनियुक्त अध्यक्ष जनाब नूर इदरीसी बेहद तजुर्बेकार व दानिशवर शक़सीयत हैं।
           आप ने 1961 में डी एन कॉलेज तिर्वा कन्नौज से साइन्स में इंटर किया था, उसके बाद आई टी आई किया, शुरू में सरकारी प्राइमरी स्कूल में नौकरी की, उसके बाद वही से बी टी सी और बी एड किया , इसके बाद बिल्हौर के पास चौबिगही में स्कूल खोला , उसके संस्थापक प्रधानाचार्य बने।
1974 में राजनीति में आये , युथ कांग्रेस में तहसील और ज़िले के पदाधिकारी रहे, जब लखनऊ से 1990-91 में जब राष्ट्रीय सहारा समाचार पत्र हिंदी में शुरू हुआ तो बिल्हौर तहसील के प्रभारी बने, उसके बाद जब दैनिक हिंदुस्तान समाचार पत्र प्रारम्भ हुआ तब उसके बिल्हौर तहसील के प्रभारी बने।पत्रकारिता में आने के बाद राजनीति छोड़ दी।
1995 में जब पहली बार बिल्हौर को टाउन एरिया से नगर पालिका का दर्जा मिला तो नगर निकाय के चुनाव में 1995 में बिल्हौर से नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष चुने गये ,वर्ष 2000 में बिल्हौर इंटर कॉलेज में अध्यापन कार्य शुरू किया ,अंजुमन इदरीसिया की स्थापना के 50 वें वर्ष के प्रारम्भ में चीफ आर्गेनाइजर हाजी हयात हुसैन इदरीसी ने बिरादरी की ऐसी अज़ीम हस्ती को एक बार फिर क़ौम की फ़लाह व बहबूद की ज़िम्मेदारी सौंपी है।
नव नियुक्त अध्यक्ष जनाब नूर इदरीसी ने कहा कि तंज़ीम से पूरी क़ौम को बड़ी उम्मीदें वाबस्ता हैं , उन उम्मीदों पर तंज़ीम खरी उतरेगी। उन्होंने ने कहा इस वक़्त इस महामारी के चलते जल्दी कोई मीटिंग नही हो पायेगी मगर जो तरीक़ा नेशनल कन्वेनर इं अहमद मुबीन इदरीसी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये लोगों से राब्ता करने का शुरू किया है वो चलता रहेगा।
   उन्होंने कहा कि वो सामाजिक कामो को तेजी से आगे बढ़ाने के लिये लगातार फोन पर तंज़ीम के कारकुनों और इदरीसी अवाम से राब्ता करते रहेंगें। चीफ साहब ने अपने पैग़ाम में कि नई ऊर्जा वाली और पुराने तजुर्बे वाली यही एक तंज़ीम है जिसको अंजुमन इदरीसिया के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि आगे के सब फैसले अब नूर साहब लेंगे, मेरी दुआएं आप सबके साथ हैं।
चीफ आर्गेनाइजर हाजी हयात हुसैन इदरीसी द्वारा नूर इदरीसी को अंजुमन इदरीसिया के उ प्र कार्यकारिणी का अध्यक्ष नियुक्त किये जाने इस फैसले का डॉक्टर सखावत हुसैन इदरीसी ,मास्टर इश्तियाक अहमद इदरीसी  अब्बुल हसन, गम्मू इदरीसी मुन्नू इदरीसी ,रफी अहमद इदरीसी मास्टर इकबाल इदरीसी मास्टर अली हसन इदरीसी ,अशरफ इदरीसी ,उमर इदरीसी आफताब अहमद इदरीसी आदि ने खैरमकदम किया और कहा कि नूर इदरीसी साहब के तजुर्बे से क़ौम के फलाही कामों को तेजी से आगे बढ़ाने में फायदा मिलेगा।

Sunday, June 21, 2020

महिला आशा ज्योति हेल्पलाइन 181 द्वारा बनत कार्यालय पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया

शामली। । इस अवसर पर कार्यालय प्रभारी पारूल चैधरी, नीलम, कांस्टेबिल आंचल, प्रमोद व कर्मवीर ने सोशल डिस्टेंस का पालन

करते हुए योगाभ्यास किया। पारूल चैधरी ने कहा कि योग से शारीरिक व मानसिक मजबूती है और कोरोना से मुकाबला करने के

लिए शरीर की इम्युनिटी को भी मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने सभी लोगों से योग का प्रतिदिन अभ्यास करने का भी आहवान किया।

शहीदों को कैंडल जला कर श्रद्धांजलि दी

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश सहसंयोजक डॉ नफ़ीस गुलरेज़ अंसारी बुनकर एवम कामगार प्रकोष्ठ ने नूरपुर में धामपुर चोक स्थित अपने आवास पर श्रद्धांजलि सभा मे चीन सीमा पर गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को कैंडल जला कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
गुलरेज़ अंसारी ने चीन के सामान का बहिष्कार करने तथा चीन के मोबाईल ऐप को भी अपने अपने फोन से हटाने का आह्वान किया ।श्रद्धांजलि सभा मे इरशाद अहमद,मो उमैर, गुल मोहम्मद, सलमान अहमद, तक़दीस गुलरेज़ अंसारी,अनवर अली,मो अज़ीम, आदि उपस्थित थे ।

Saturday, June 20, 2020

कुमारी काजल बाल्मीकि को महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्षा बनाया

आज दिनांक 20 जून 2020 को भारतीय अनुसूचित जन जागृति समिति एवं राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद झंझोट ने भारतीय अनुसूचित जन जागृति समिति महिला प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच भारत महिला प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पद पर कुमारी काजल बाल्मीकि निवासी मोहल्ला पंसारी यान वाल्मीकि कॉलोनी जनपद शामली उत्तर प्रदेश को मनोनीत किया है इनसे आशा व्यक्त की है की प्रदेश में महिलाओं को जागरूक कर उनके हक अधिकार के लिए उनके सम्मान के लिए जन अधिकार के लिए जागरूक करेंगी और प्रदेश को एक महिला नवशक्ति की टीम गठित करके संगठन को मजबूती प्रदान करेंगी ऐसी आशा व्यक्त की है इस अवसर पर कुमारी काजल वाल्मीकि ने कहां की महिलाओं को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है और महिलाओं को जागरूक कर आगे बढ़ने का अवसर समाज को देना होगा महिलाओं को बराबर का अधिकार वह सम्मान मिलेगा तभी देश आगे बढ़ेगा जिस देश में  महिलाएं मजबूत होंगी वह देश भी मजबूत होगा इस अवसर पर कुमारी काजल को संगठन के लोगों ने बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं इस अवसर पर राजेश देवी अनुराधा देवी कुमारी करुणा अरुण झंझोट नंदू प्रसाद वाल्मीकि विशाल कुमार उपस्थित रहे भवदीय अरविंद झंझोट मोबाइल नंबर 94 57 77 16 39

Friday, June 19, 2020

आसिफ मंसूरी बनें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जिला मीडिया प्रभारी,

 जमीयत उलेमा-ए-हिंद के पदाधिकारियों की एक बैठक जिला कार्यालय पर आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मौलाना साजिद कासमी व संचालन मौलाना अय्यूब द्वारा की गई। इस मौके पर सर्वसम्मति से आसिफ मंसूरी को जिला मीडिया प्रभारी के पद पर मनोनयन किया गया।

मौलाना साजिद कासमी द्वारा आसिफ मंसूरी को मनोनयन पत्र सौंपा।

उन्होंने कहा कि जब दुनिया महामारी कोविड-19 से जूझ रही है उस वक्त आसिफ मंसूरी दिन-रात गरीब, मजदूर, बेसहारा लोगों की बिना किसी भेदभाव के मदद कर रहा था,

इसी को देखते हुए आसिफ मंसूरी को जमीयत उलेमा ए हिंद का जिला मीडिया प्रभारी बनाया गया है मीडिया प्रभारी बनाते ही क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई।

चीन के राष्ट्रपति का पुतला फूंका

 आज सेना के साथ पूरा देश खड़ा हुआ है  अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के महामंत्री हृदयेश सिंह के मार्गदर्शन में शोक सभा आयोजित कर वीर शहीदों को किया नमन
अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के उत्तर प्रदेश के
प्रदेश अध्यक्ष विनोद दीक्षित   के आह्वान पर रीजेंसी गार्डन बीएसए कॉलेज के सामने मथुरा  अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट की टीम ने लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को दी गई श्रद्धांजलि देते हुए चीन के राष्ट्रपति शीजंपिंग का पुतला फूंक कर अपना रोष व्यक्त किया l सैकड़ों की संख्या में लोगों ने रीजेंसी गार्डन पर एकत्रित होकर मोमबत्ती जलाकर शहीदों को नम आंखों से याद

कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुयतगए सभा में 2 मिनट का मौन रखते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की l  हृदयेश सिंह  ने विदेश से वीडियो कॉल के जरिए   कहा चीन कि इस कायरता पूर्ण हरकत है इसकी निंदा की जाए उतनी कम है पूरा देश आज हमारी देश की सेना के साथ खड़ा हुआ है हम घटना इसकी घोर निंदा करते हैं l प्रदेश अध्यक्ष विनोद दीक्षित ने कहा चीन की इस कायराना हरकत कि हम तीव्र शब्दों में निंदा करते हैं साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

जी से अनुरोध है इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए l महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती श्वेता शर्मा ने कहा चीन को इसके परिणाम भुगतने होंगे पूरा देश आज हमारी देश की सेना के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा हुआ है इसको मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा l वरिष्ठ भाजपा नेता हरेंद्र शर्मा एडवोकेट नेता ने कहा चीन की इस ओछी हरकत के लिए हम चीन से जरूर बदला लेंगे सभी लोग देश के साथ हैं l इस अवसर पर ओम बिहारी उपाध्याय , मंधू शर्मा ,   धर्मेन्द्र चौधरी,  लखन रावत,  महेश शर्मा, मधु शर्मा, मीडिया प्रभारी संजय शर्मा,  सुष्मिता भौमिक,  नीलम शर्मा,  नीलम तेवतिया, पूनम चौधरी,अर्चना चित्रा, संगीता नेगी , लता सिंगला ,पंडित तरसेम, यश जैन लक्ष्मण सक्सेना , विमलेश देवी , राधिका गुप्ता , नीरज कुमार, वेदवीर सिंह,संजय शर्मा , सुबोध कुमार साह, शिव शंकर राय, राजन कुमार, मनीषा देवी , बेबी देवी, पुष्पेन्द्र सिंह सतपाल सिंह, दिनेश प्रसाद, सुदर्शन सिंह व  बहुत से व गणमान्य व  अनिल सोनी चंद्र प्रकाश अग्रवाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे l

कैसे समझू उन वीरों के बलिदानों को ,ए देश कभी न भूलेगा .... बी एस बेदी

यकीन नहीं होता  आज के हालातो पर हर  कुछ ही महीनों में हमारे सेना के वीर जवानों के साथ  अनहोनी घटना  घटती है और  बड़ी संख्या में  हम अपने जवानों को खो देते है  पुलमावा के बाद  लद्दाक, एल एसी   पर चीन  सैनिकों की गद्दारी से लोहा लेते भारत माता की रक्षा करते हुए  हमारे जवान शहीद हो गए  जैसे ही जवानों के शहादत की खबर देश मै फैली सारा देश शहादत के सागर में गमसीन हो गया ,नम आंखों,से हर कोई उन्हें सलामी दे रहा , दिल में  हिलोरें

 मारते हुए ए ही आवाज उठती  आपकी शहादत बेकार नहीं जाने देंगे   आखिर  कब तक हम ऐसा करते रहेंगे , जवानों की शहादत पर ही हम क्यों जागते हैं  उस से पहले हम इनके प्रति क्यों नहीं सजग रहते ,  सेना को स्वयं निर्णय लेने की शक्ति  क्यों नहीं , देते,  क्योंकि दर्द उन्हीं को होता है साहिब जिनके चोट लगती है  ,  जिसके नहीं लगी चोट , वो क्या समझे दर्द, ,  दर्द उनकी मां से पूछिए नौ महीने अपनी कोख , में पाला, सूखे में अपने नन्हे जिगर के टुकड़े को सुलाया खुद गीले बिस्तर पर सोई , दर्द उस पिता से पूछिए जिसने उंगली पकड़ कर चलना सिखाया सोचा था कभी बढ़ा होकर बुढ़ापे का सहारा बनेगा दिन रात मेहनत करके   उसके कैरियर संवारने के लिए    सब कुछ दाव पर लगाया ,  दर्द उन मां बाप से पूछिए जिनके घर का इकलौता चिराग था , दर्द उस भाई से पूछिए    जिसका

दाहिना हाथ था , दर्द उस बहन से पूछिए  रखी हो या भैया दूज  थाल सजा कर राह तकती बहना , दर्द उस पत्नी से पूछिए         साजना की चाह में   सिंदूर सजाए रोज सजा संवरती  थी वो सजनी,  दर्द  उन बच्चों  से पूछिए  जिनका बचपन गया ,और गई वो सब खुशियां ,         और फिर  चंद दिनों श्रद्धांजलि ,कैंडिल,  और  ,  पुतले दहन का दौर शुरू हुआ,  और चंद दिनों में शांत हो गया मानो जैसे हमारे देश में कोई घटना नहीं  आखिर क्यों हम दिखावा स्वार्थ की देश भक्ति की ओर जा रहे हैं  देश की माटी की रक्षा करते कितने वीर शहीद हुए  आज तक कोई भी देश का नुमाइंदा  मदद तो दूर जाकर उनका हाल तक नहीं लेते किन परिस्थितियों में जी रहे हैं   शहीद के माता पिता और बच्चे जिनका लाल देश व देश वासियों की रक्षा करते शहीद हो गया  जवान की शहादत वाले दिन पूरी राष्ट्र भक्त और परिवार के प्रति सहानभूति दिखाते हैं मानो जैसे परिवार को सारी उमर आर्थिक मदद देते रहेंगे , ऊंची राष्ट्रभक्त आवाज   उठेंगी आपकी शहादत का देश कर्ज दार रहेगा
  ए सब एक सपने जैसी आवाजे लगती है
क्योंकि ऐसा इस लिए आजादी के बाद देश वासियों ने उस वक्त भी कहा था  जब देश केलिए सरदार भगत सिंह , चंदरशेखर आजाद , अशफाक उल्ला खां , सरदार ऊधम सिंह, पं रामप्रसाद बिस्मिल,  ठाकुर रोशन सिंह आदि ने देश के लिए बलिदान दिया उस वक्त से लेकर आज तक किस सरकार ने इन शहीदों के परिवार की खैर खबर ली है  सब बेचारे  गुनाम जिंदगी जी कर चले गए और जी रहे हैं 
इसमें हम सब देश वासियों की कमी है हम शहादत वाले दो दिन तक  पूरे दमखल के साथ परिवार के साथ खड़े होते है  और  भावुक होकर नम् आंखो से श्रद्धांजलि देने हैं  , हमको अपनी कार्य शैली में परिवर्तन लाना होगा  हमें शहीदों के परिवारों के प्रति सदैव समर्पित होकर मदद में आगे बढ़ें , 
एक दिन नहीं दो दिन नहीं , हर पल उनको याद करते हुए सम्मान में खड़े रहें 
 कोटि कोटि नमन वीर जवानों को👏👏👏👏👏👏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌷🌷🌷🌷🌷व्यक्तिगत विचार
बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन

Wednesday, June 17, 2020

व्हेवॉटर का प्रयोग करें आहार को पौष्टिक बनाए :* स्त्रोत :राधिका अवस्थी (एडुकेटर, डायटीशियन )

घर पर आप जब भी  पनीर या छैना बनाते हैं  तो हमें भारी मात्रा में एक हल्का हरा या पीला -हरा जैसा साफ तरल व्हे वॉटर मिलता है। यह प्रोटीन के साथ -साथ शरीर के लिए जरूरी आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता हैं । कुर्डलिंग एजेंट का उपयोग करने की वजह से इसके स्वाद में बदलाव आता हैं, इस कारण उसको सीधा -सीधा प्रयोग कर पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता हैं l

 *व्हे वॉटर  का उपयोग कैसे कर सकते हैं :*

1. व्हे वॉटर का उपयोग नियमित चावल पकाने के लिए किया जा सकता है। यह चावल के रंग में सुधार करेगा और उसमें कुछ पोषक तत्व जोड़ देगा।
2.नियमित रूप से ग्रेवी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
3. विभिन्न प्रकार की मॉकटेल  बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है l
4.नरम प्यूरी या रोटिस बनाने के लिए आटा गूंधने में इस पानी का उपयोग करें l
5. ब्रेड या बन बनाने में भी इनका इस्तेमाल कर सकते हैं l

 *व्हेय वॉटर से बनी फिरनी की रेसेपी :*

 *सामग्री :*
1. व्हे वॉटर : 1लीटर
2.  चावल: 3 बड़े चम्मच
3.घी: १ छोटा चम्मच
 4.केसर :8-10 रेशे
5. शक्कर :१/२ कप
6. गुलाब जल:१/२ टी स्पून
7. अनार दाना गार्निशिंग के लिए

 *विधि :*

1.एक घंटे के लिए चावल को धोकर भिगो दें।
2.पानी को डुबोएं और एक मोटे पेस्ट बनाने के लिए एक ब्लेंडर में चावल को मिलाएं।
3. एक भारी तले वाले पैन में, घी डालें। जब घी गर्म हो जाए तो व्हे वॉटर  डालें।
4.अब इसमें चावल और केसर मिलाएं।
5.अब धीमी आँच पर तब तक पकाय जब तक की व्हे वॉटर 1/2 न हो जाए
6. फ़िरनि की कंसिस्टेंसी का ध्यान रखें  यह ठंडा होने पर गाढ़ी हो जाती हैं
7.अब इसमें चीनी और गुलाब जल डालें।
8. मेवे और अनारदाना से गार्निश करें।
9. चिल करें फिर सर्वे करें l

हाथ जोड़कर की मास्क लगाने की अपील

आज हैल्प लाइफ टीम के द्वारा बड़ौत शहर के बाजार में बिना मास्क लगाकर चलने वाले लोगो को रोक कर उनके सामने हाथ जोड़कर उनसे विनती की गई कि कोरोना महामारी अपनी चर्म सीमा पर है

उनकी जान आपके परिवार के लिये बहुत कीमती है अपने परिवार के लिये मास्क का प्रयोग करे मौके पर ही हैल्प लाइफ की टीम ने सभी को मास्क, व सेनेटाइजर  वितरण किये व प्रशासन के लिये सीतल जल की व्यवस्था की
इस मौके पर उपस्थित रहे नौशाद मलिक (राष्ट्रीय अध्यक्ष हैल्प लाइफ ) एडवोकेट विकास मलिक (मैनेजिंग डायरेक्टर हैल्प लाइफ) सलीम मुल्तानी  (महासचिव हैल्प लाइफ ) मोइन समीर मुल्तानी संजय मास्टर जी बॉबी तोमर आदि

वो जीवन ही क्या जो किसी के काम ना आ सके

हैल्प लाइफ टीम द्वारा चलाये जा रहे जमीयत रक्तदान में एक सन्देश आया एक बागपत निवासी गुलशन महिला को सरस्वती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया डॉ ने बताया महिला को 3 यूनिट ब्लड की 

आवश्यकता है क्युकी महिला में खून की कमी जिसके कारण महिला और महिला के बच्चे की दोनों की जान को खतरा है जिसके लिये 3 यूनिट ब्लड की आवश्यकता थी जमीयत रक्तदान ग्रुप में सन्देश

मिलने पर हैल्प लाइफ की पूरी टीम तैयार हो गई और हैल्प लाइफ की पूरी टीम हैल्प लाइफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नौशाद मलिक, के नेतृत्व में आस्था ब्लड बैंक में पहुच गई जिसमें हैल्प लाइफ के महासचिव सलीम मुल्तानी ने और जमीयत के सदस्य अख्तर चौधरी जी ने

अपना अपना रक्तदान किया सलीम  मुल्तानी व अख्तर चौधरी जी ने अपना रक्तदान करके एक नही 2 जान बचाने का कार्य किया जिसके लिये लिये गुलशन के परिवार वालो ने हैल्प लाइफ टीम व जमीयत रक्तदान ग्रुप व सलीम मुल्तानी , अख्तर चौधरी जी का धन्यवाद व्यक्त

 किया जमीयत रक्तदान ग्रुप डॉ. मोहम्मद उमर फारूक जी की देख रेख में चल रहा है इस पूरे प्रकरण पर डॉ . मोहम्मद उमर फारूक ने बारीकी से नजर रखी सभी सदस्यों को उचित दिशा निर्देश दिया मदद मिलने के बाद सभी साथियों का धन्यवाद व्यक्त किया
बहुत बहुत आभार हैल्प लाइफ के महासचिव सलीम मुल्तानी जी व अख्तर चौधरी जी का

क्रांतिकारियों के सम्मान की आवाज को दबाया जा रहा है ,कई बार संबंधित केंद्रीय मंत्री मा नितिन गड़करी जी को भेजे पत्र ,नहीं हुई आज तक कोई सुनवाई

ऊपर से लेकर प्रशासनिक अधिकारी  शहीदों के प्रति घोर उदासीनता, दिखा रहे हैं , 2016 से संघर्ष कर रही संस्था  आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी के चार वर्ष संघर्ष के बाद हाथ लगी निराशा      संस्था  के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी एस बेदी  ने वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में  खेरेश्वर नेशनल हाइवे चौराह को शहीद क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह के नाम रखने व भगत सिंह , राजगुरु , सुखदेव की प्रतिमा  लगाने की मांग का  प्रस्ताव  केंद्र सरकार के  वरिष्ठ कैबनेट मंत्री मा नितिन गड़कारी  व प्रदेश सरकार , व अलीगढ़ प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष रखा था। मगर आज 2020 में पूरे चार वर्ष होने के बाद  खेरेश्वर नेशनल हाइवे चौराहे को शहीद क्रांतिकारी

सरदार भगत सिंह के नाम पर नही रखा गया। और अलीगढ़ जिले के मंडलायुक्त से और वर्ष 27,अगस्त,2016 को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। और वर्ष 3,सितंबर,2016 को नितिन गडकरी कैबिनेट मंत्री को ज्ञापन के माध्यम से अवगत करवाया , जिसमें वर्ष 19,जुलाई ,2016 को ज्ञापन के जवाब में  दो वर्ष बाद अग्रिम कार्यवाही के लिये केंद्रीय मंत्री के यहां से पत्र को अग्रिम कार्यवाही के लिए  संयुक्त सचिव   नेशनल हाईवे को  भेजा  उसके बाद कोई कार्य में प्रगति नहीं हुई तो फिर श्री बेदी ने मा मंत्री जी को   शहीदों के कार्य कराने को लेकर पत्र भेजा  तो फिर दो वर्ष बाद अग्रिम  कार्यवाही नेशनल हाइवे अध्यक्ष तक पहुंची  , अब तक 4 वर्ष गुजर रहे हैं

क्रांतिकारियों के कार्य को एक कचरे के डिब्बे   में बंद कर दिया इस से अंदाज लगाया जा सकता है  देश में  कितना सम्मान है हमारे क्रांतिकारियों का  , जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर बलिदान दे गए , और आज उन्हीं के देश में उनके लिए स्थान नहीं  अगर क्रांतिकारी अपना बलिदान नहीं देते तो आज जो उच्च कुर्सी पर बैठे है  वह  अंग्रेजों के घरों का कार्य कर रहे होते ,   सरकार व प्रदेश सरकार के आला अधिकारियों सहित सभी को बार बार अवगत कराया। मगर प्रशासन भूल चुका है। और चौकाने वाली बात तो यह है। कि  खेरेश्वर नेशनल हाइवे चौराहे को शहीद क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह के नाम रखने में अलीगढ़ जिले के अपर जिला अधिकारी

राम निवास शर्मा ने वर्ष 19,4,2019 तहसील कोल में पैमाइश के आदेश भी दिये। मगर आज 2020 में इस मामले को पूरे चार साल हो गये।  उनके आदेशों की अहवेलना की धज्जियां अलीगढ़ उपजिलाधिकारी ने उड़ाई , और आज तक   चौराह की जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी,  मामले को प्रशासन की नाकामी कहें या क्रांतिकारियों के प्रति उदासीनता,  । अपने रक्त से सींचने वाले देश के नोजवान शहीद क्रांतिकारियों के बलिदान को जो कि आज उन क्रांतिकारियों की ही देन है। आज हम सभी देश में खुली साँस ले रहे है। और अंग्रेज़ो की गुलामी से आजाद भारत में है, क्या उन क्रांतिकारियों के बलिदान का यही सिला मिला है।  संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध

मुक्ति संगठन , प्रशासन व केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार से यह माँग करती अा रही  है। कि जब इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज हो सकता है। तो  उनके नाम पर क्यों नहीं, और क्यों देरी, जिन्होंने अपने देश के लिये अपने प्राण न्यौछावर कर दिये। सभी क्रांतिकारियों के सम्मान में देश के सभी चौराहों के नामो का पुनः नामकरण क्रांतिकारियों के नाम पर  करने की मांग बी एस बेदी के नेतृत्व में संस्था करती अा रही है इसी क्रम में अलीगढ़ की धनीपुर हवाई पट्टी को क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खां जी के नाम पर रखने की 9/8/218 में क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जी के  नाम के लिए

4/3/20 को मा मुख्यमंत्री जी से इलाहाबाद  बमरौली  एयर पोर्ट  और  उत्तर प्रदेश प्रस्तावित जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट  क्रांतिकारी सरदार ऊधम सिंह जी के नाम पर 21/7/2017  में भारत सरकार उड्डयन   मंत्रालय से की   इस को लेकर    7/6/019 
को मा प्रधान मंत्री जी , मा मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश महामहिम राज्यपाल जी उत्तर प्रदेश , मा उड्डयन मंत्री भारत सरकार , माननीय उड्डयन मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार  माननीय विधानसभा अध्यक्ष उत्तर प्रदेश सरकार, माननीय विधान परिषद सभापति उत्तर प्रदेश सरकार , माननीय नेता प्रतिपक्ष विधानसभा उत्तर प्रदेश, माननीय नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद उत्तर प्रदेश , माननीय लोकसभा अध्यक्ष भारत

सरकार, महामहिम राष्ट्रपति जी भारत सरकार , महामहिम उपराष्ट्रपति जी भारत सरकार ,  और सभी राजनीतिक पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्षों को उत्तर प्रदेश के प्रस्तावित जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट व  क्रांतिकारियों की मांगों को लेकर हर जगह ज्ञापन पत्र भेजे गए
अफसोस आज तक उन मांगों पर सरकार की ओर से कोई अमल नहीं किया गया ना ही कोई नेता प्रतिपक्ष क्रांतिकारियों के समर्थन में आगे आया 
फिर भी संस्था मरते दम तक क्रांतिकारियों के सम्मान की लड़ाई लड़ती रहेगी
जय हिंद जय भारत, इंकलाब जिंदाबाद ताहनाह शाही मुर्दाबाद
   एक देश ,  एक जाति भाषा अनेक,  देश में समानता हो एक, 
🌹🌹🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌹🌹🌹🇮🇳🇮🇳   बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन( रजि  .) भारत सरकार

Monday, June 15, 2020

प्रीती शर्मा बनी प्रदेश महासचिव महिला सभा उत्तर प्रदेश संस्था आप और हम

बड़े हर्ष के साथ अवगत कराया जाता है   देश की आजादी के क्रांतिकारियों के सम्मान में शहीदी का दर्जा  आदि के लिए संघर्ष कर रही क्रांतिकारी संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन की मुहिम से प्रभावित, उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ लोहिया नगर घोसीपुर की रहने वाली समाजसेविका  प्रीती शर्मा   ने संगठन की सदस्यता ली  क्रांतिकारियों  के प्रति  सहानभूति को देखते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी एस बेदी ने प्रीती शर्मा को  उत्तर प्रदेश महासचिव महिला सभा के पद पर मनोनीत किया  ,  संगठन  इनसे   आशा  रखता है निः स्वार्थ भावना से बिना किसी भेदभाव के निष्पक्ष क्रांतिकारियों की मुहिम को आगे बढ़ाएंगी ,देश सेवा के प्रति सदैव समर्पित  रहेंगी  और समाज के हर तत्व के अन्याय के खिलाफ खड़ी होंगी सभी के साथ समानता का व्यवहार करेंगी 
संस्था इनके उज्जवल भविष्य की कामनाएं करती है
सभी पदाधिकारियों ने प्रीती को हार्दिक शुभकामनाएं दी
 श्री ज़मीर आलम राष्ट्रीय प्रवक्ता / प्रधान संपादक सलाम खाकी
श्री देवेन्द्र कुमार यादव प्रदेश प्रवक्ता, श्री मनोज मिश्रा प्रदेश प्रभारी  यूपी, श्री रमेश पाराशर प्रदेश महासचिव,  श्रीमती शालनी कपूर प्रदेश उपाध्यक्ष महिला सभा, श्रीमती हरमीत कौर महासचिव उत्तर प्रदेश,  सरदार प्रीतम सिंह प्रदेश सचिव  श्रीमती अमरजीत कौर प्रदेश सचिव महिला सभा,  सरदार त्रलोक सिंह मेरठ मण्डल प्रभारी , बंटी पाल मण्डल महासचिव आगरा आदि

Wednesday, June 10, 2020

याद करो उन मतवालों को , जिनकी कुर्बानी से हम आजाद हुए


देश की आजादी के महान क्रांतिकारी और
काकोरी कांड के महानायक पंडित राम प्रसाद बिस्मिल जी की जयंती पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाओं के साथ भारत मां के महान वीर अमर सपूत कोटि कोटि नमन के साथ देशभक्त प्रेरणा स्रोत बिस्मिल जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके देशभक्त जीवन बलिदान को जन-जन तक पहुंचाएं 
देश को अंग्रेजी बेड़ियों से मुक्त कराने की खातिर अपना बलिदान देने वाले महान क्रांतिकारी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल जी का जन्म 11 जून 18 97  को मध्य प्रदेश के पैतृक गांव बरवाई गांव में हुआ था बाद में इनका परिवार उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में बस गया बिस्मिल जी क्रांतिकारी के साथ-साथ एक उच्च शायर और लेखकी के प्रतिभाशाली धनी थे जब देश में अंग्रेजी जुल्म चरम सीमा पर था तो इस जुल्म का अंत करने के लिए देश की खातिर भारत मां के मतवाले वीर सपूतों ने अपने बलिदान को भी तुच्छ समझा अंग्रेजी हुकूमत को बिस्मिल ने लोहे के चने चबा दिए चोरा चोरी कांड में पंडित राम प्रसाद बिस्मिल का नाम  अंग्रेजों की प्रथम  लिस्ट में था इनके साथी अशफाक उल्ला खां ठाकुर रोशन सिंह   शामिल थे तीनों भारत मां के सपूतों को चोरा चोरी कांड का दोषी मानकर अंग्रेजी हुकूमत ने 19 दिसंबर 1927 को उत्तर प्रदेश के जिला गोरखपुर की जेल में फांसी देखकर शहीद कर दिया और भारत मां के सच्चे सपूत सदा सदा के लिए अमर हो गए जिस देश के लिए इतना बड़ा बलिदान देखकर अंग्रेजी हुकूमत से देश को मुक्त करा गए ,
अफसोस देश ने ही आज उन्हें भुला दिया, याद करो उन मतवाले भारत मां के वीर सपूतों को, जिन की कुर्बानी से हम आजाद हुए
कोटि-कोटि नमन महान क्रांतिकारी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल जी को👏👏👏👏👏👏👏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌷🌷🌷🌷🌷🇮🇳🇮🇳
आओ प्रण करें , इनकी कुर्बानी को नमन करें
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
देश में इनके बलिदान को जन जन तक पहुंचाने और शहीद का दर्जा दिलाने  के लिए संघर्ष कर रही संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन ,
 बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏🙏🙏🙏
जय हिन्द इंकलाब जिंदाबाद

Tuesday, June 9, 2020

देश मुश्क़िल से दौर गुज़र रहा है, मगर इस वक़्त हमें हिम्मत से काम लेना होगा और आपसी प्रेम बनाए रखना होगा।देश में लाक्डाउन खुल चुका है मगर इसका ये मतलब नही है कि हम बेपरवाह हो कर घरों से बाहर घूमें और इसी संदेश के साथ खाब फ़ाउंडेशन के कार्यकर्ता बाज़ारों में लोगों को स्वयं सुरक्षा के बारे में जागरुकत करते दिखे

खाब फ़ाउंडेशन के संस्थ्पक श्री आकाश पल, (मनोचिकित्सक) अपनी टीम के साथ लोगों को करोना से बचाव और साफ़ सफ़ाई के

प्रति जागरूक किया और साथ ही करोना युध में लगातार हमारी ज़रूरतों को पूरा करने वाले जैसे फ़ल वाले, सफ़ाई कर्मी और अन्य

लोग का लगातार आपनी सेवाओं को देने के लिए शुक्रिया अदा किया और साथ ही में उनको फ़ेस मास्क वितरण कर के हौसला अफ़्ज़ाई

की।श्री आकाश पल ने लोगों को संदेश दिया की करोना से बचने का मात्र एक ही मूल मंत्र है की " मान के चलिए की सामने वाले को

करोना है और जब तक ज़रूरी न हो तब तक घर से ना निकले क्यूँकि लाक्डाउन खुला है मगर करोना नही गया है।"

हमारी आप से भी निवेदन है की आप भी आपने आस पास इन लोगों की लगातार सेवा के लिए सराहे और इनको इस मुश्क़िल वक्त में मद्द करें।

ख़ाब फ़ाउंडेशन लगतार इस मुश्क़िल दौर में समाज के साथ खड़ा है और ये सब मुमकिन हुआ है आपके प्रेम और साथ से, अपना  साथ हमारे साथ बनाए रहिए।
घर पर रहिए और स्वस्त रहिए।

मेधा भारद्वाज
सचिव
ख़ाब फ़ाउंडेशन
लखनऊ

स्वरोजगार हेतु महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 5 सिलाई मशीनों का वितरण किया गया

आज दिनांक 9 जून 2020 को ,पुराना शिवली रोड कल्यानपुर, मानव एकता एसोसिएशन कार्यालय में स्वरोजगार हेतु महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 5 सिलाई मशीनों का वितरण किया गया, इन मशीनों के माध्यम के द्वारा महिलाएं सूती कपड़े के मास्क तैयार करेगी, और तैयार मास्क को मानव एकता एसोसिएशन कार्यालय भेजेगी,व संस्था तैयार मास्कों को बाजारों में उपलब्ध करा रही है।
इससे इस वैश्विक वीमारी कोरोना में लोगों को घर पर ही स्वरोजगार के माध्यम से रोजगार उपलब्ध हो रहा है,मशीन बाटते समय सोसल डिस्टेंडिंग व मास्क लगाने का भी ध्यान दिया गया,उपस्थित सभी महिलाओं को कोरोना से हमें किस प्रकार सुरक्षित रहना है,पूर्ण जानकारी दी गई।
मशीन वितरण के समय अध्यक्ष एल0पी0 सिंह,मैनेजर अनवर अशरफ,गीता,संतोषी,मायादेवी,ससरोजनी आदि लोग उपस्थित थे।

Sunday, June 7, 2020

मुस्लिम नौजवान ब्लू फिल्मों का शिकार दिमाग़ हिला देगी यह तहरीर

ट्रिपल एक्स फिल्में (सेक्सी, पोर्न) एक साजिश जिससे मुसलमान बे ख़बर हैं। "पोर्नग्राफी" एक बहुत पुराना नासूर है, अक्सर हम सोचते हैं कि आख़िर यह खेल शुरू कब हुआ और इसका तारीख़ी पसे मंज़र क्या है? इसके वजूद की बुनियाद क्या थी?

दोस्तों! तारीख़ में सब से पहले पोर्नग्राफी बतौर हथियार सुलतान सलाउद्दीन अय्यूबी (सन 1137 से 1193) के दौरे हुक़ूमत में हुई। इसे बतौर हथियार सब से पहले सलीबी (अंग्रेज़) बादशाहों ने इस्तेमाल किया।

कहानी कुछ यूँ है कि सलीबी हर मैदान में मुसलमान नौजवानों के हाथों शिकस्त होने से लगातार परेशांन थे। इस्लामी फौज़ सलीबी सेना पर भारी साबित हो रही थी सलिबियों की सोच की धारा उस वक़्त बदली जब डेढ़ लाख मुसलमान फौज़ ने अटलांटिक तट पर पंद्रह लाख सलिबी लड़ाकों की लाशों का ढेर लगा दिया, इस मौके पर सलीबी फौज़ का बादशाह रोनाल्ड फ़ूट फ़ूट कर रोया और एक बड़ी मीटिंग का आगाज़ हुआ। इस मीटिंग में मुस्लिम और सलीबी फ़ौजों की तुलना की गई और मालूम हुआ मुसलमान रात भर सजदों

में रोते हैं और दिन भर मैदानों में ललकारते हैं उनके अंदर एक दुनियाँ आबाद है जिसे वह ईमान कहते हैं यही ईमान उन्हें दुनियाँ  के हर खौफ़ और डर और लज़्ज़त परस्ती से बहुत ऊपर उन्हें बेहतरीन शुजाअ लड़ाका बनाए रखता है, जबकि सलीबी फ़ौजें रात भर ज़िना और अय्याशी की महफिलों में और दुनियाँ की रंग रैलियों में मशगूल रहते हैं लेहाज़ा दुनियाँ छोड़ कर एक नए जहाँ का खौफ़ उन्हें शिकस्त फाश से दो चार करता है इसके अलावा दौराने जंग मुसलमान फ़ौजियों की आँखो से जो वहशत टपकती है वह सलीबी कुव्वतों पर खौफ़ तारी कर देती है इसके साथ "नारे तक़बीर" की फ़लक़ शिगाफ़ सदाए और मुसलमानों का अपनी अपनी जगह फ़ौलाद बन जाना भी सलिबियों के लिए एक मसला बन गया था...

सलिबियों की इस तारीख़ी मीटिंग में हरमन नामी (यहूदी) इंटेलीजेंस ऑफिसर भी मौजूद था। यह वह शख़्स था जिसने सलीबी तारीख़ में मुसलमानों को सब से ज़ियादा नुक़सान पहुंचाया था। यह निहायत शातिर व ज़हीन और फ़ित्नाबाज़ शख़्स था इसने मुसलमानों और सलीबी नौजवानों की नफ़सियात पर बात करते हुए कहा कि मेरी साठ सालह ज़िन्दगी का तजुर्बा है कि एक अय्याशी पसंद वजूद कभी भी ज़िन्दगी के मैदान में बेहतरीन सिपाही नहीं बन सकता ख़ुसूसन वह लोग जो सेक्स के मुआमलात में ज़ियादा दिलचस्पी रखते हैं उनकी जिस्मानी और रूहानी ताक़तें ख़त्म होकर रह जाती हैं अगर मैं मुस्लिम फ़ौज की बात करूँ तो मुसलमान फ़ौज में ऐसे नौजवानों की तादाद ज़ियादा है जो सेक्स की लज़्ज़त से अक्सर ना आशना है और

जो शादी शुदा भी हैं वह भी इस चीज़ को एक हद तक आज़मा पाते हैं। तस्वीर की रेनाइयाँ और खूबसूरत नज़ारे हमेशा उनकी पहुँच से दूर रहें हैं  उन्हें मज़हब से आगे और पीछे कुछ नहीं दिखाई देता लेहाज़ा हम अगर उनमें जिस्मानी भूख को पैदा कर दें तो उनकी सोच और नज़रियात (आइडियालाॅजी) को कमज़ोर किया जा सकता है इस मिशन की क़ामयाबी की एक मिसाल वह मुसलमान बादशाह भी है जो शुरू में सुलतान अय्यूबी के साथ थे लेकिन हमारी खूबसूरत लड़कियों ने जब से उन्हें अपनी हसींन अदाओं का असीर किया है

तब से वह ख़ुदा और रसूल स. को जानते ही नहीं हैं उन्हें सुलतान अय्यूबी अपना सब से बड़ा दुश्मन नज़र आता है उन मुसलमान वज़ीफ़ा ख़ोरों में से जर्नल भी शामिल हैं जिनकी हुक़ूमत बहादुरी में मैदानों के नक़्शे बदल डाला करते थे आज वह सलिबियों से निगाहें झुका कर बात करते हैं क्योंकि हम उनके अंदर औरत और जिन्सियात की रूह दाख़िल कर चुके हैं अगर यही तरीक़ा पुरे मुसलमान फ़ौज पर आज़माया जाए तो यक़ीनन हम क़ामयाब होंगें क्योंकि मुसलमान नौजवानों के लिए यह बिल्कुल नई चीज़ होगी और वह इनके लिए जुनूनी हो सकते हैं।

हरमन के इस ख़याल पर रोनाल्ड ने सवाल उठाया और उसने कहा: हम बहुत बार निहायत ख़ूबसूरत लड़कियां मुसलमान फ़ौज में दाख़िल कर चुके हैं लेकिन मुसलमान फ़ौज उन हसींन लड़कियों की तरफ़ देखने की तक़लीफ़ भी नहीं करती और आख़िर लड़कियाँ मुसलमान फ़ौज का किरदार देख कर सलीबी हिमायत छोड़ जाती हैं लेहाज़ा तुम्हारा यह मंसूबा नाकाम है।

हरमन ने फौरन जवाब पेश करते हुए कहा: हुज़ूर जब तक आप के अंदर किसी चीज़ की तस्वीर मौजूद न हो उसका होना न होना बे मानी है, हमें मुस्लिम फ़ौज में जिस्मानी दुनियाँ के तसव्वुर पैदा करने है। ऐसा तसव्वुर जो उनकी सोच में बरहना नंगी औरतों की हसींन अदाओं के साथ गर्दिश करता दिखाई दे, इसके बाद वह ख़ुद हमारे जाल में फ़स जाएंगे क्योंकि यह हमारी ईजाद होगी यही वाहिद तरीका है जिससे हम मुसलमानों को शिकस्त दे सकते हैं।

रोनाल्ड, हरमन की बात पर बहुत ज़ियादा संजिदा हो गया और सरगोशी भरे लहजे में बोला: आख़िर तुम कहना क्या चाहते हो? हरमन ने निहायत शातिराना अंदाज़ में तारीख़ का सब से भयानक मंसूबा रोनाल्ड के सामने पेश कर दिया। दुनियाँ के सामने यह आर्ट "पोर्नग्राफी" के नाम से सामने आया।

इस मंसूबे के एक साल बाद सुलतान सलाउद्दीन अय्यूबी को ख़बर मिली कि फौज़ के कुछ नौजवान रात को गाएब पाए जाते हैं और नौजवानों में अक्सर जिस्मानी गुफ्तगूं भी सुनी गई है सुलतान सलाउद्दीन अय्यूबी ने इस बात को इतना संजीदगी से लिया के ख़ुद भेस बदल कर नौजवानों का पीछा किया। यह बात आप को मालूम हो कि सुलतान अय्यूबी भेस बदलने में और आवाज़ बदलने में ख़ुद बहुत माहिर था। तारीख़ में उस के कई बार भेस बदल कर दूसरे शख़्सियत के रूप में दुश्मन से मिलने के वाक़ेआत मौजूद है यहाँ तक कि एक जंग में शिकस्त के बाद सलीबी आला अफ़सर को सुलतान के सामने पेश किया गया सुलतान ने एक अफ़सर से पूछा  रात जिस शख़्स से तुमने कहा था मैं अय्यूबी को उसकी सांस की महक से पहचान सकता हूँ तो बताओ वह कौन था? वह सलीबी अफ़सर बोला: हुज़ूर! वह एक अरबी ताजिर था जिसके ग़लत बयानी ने हमें आपके सामने ला खड़ा किया। सुलतान अय्यूबी ने मुस्कुराते हुए कहा: वह मैं ख़ुद था। वह हैरत से सुलतान सलाउद्दीन अय्यूबी को तकता रह गया...

दोस्तों! फ़ौज के कुछ नौजवानों की पुरसरार हरकतों पर सुलतान अय्यूबी ने ख़ुद उनका पीछा किया तो मालूम हुआ फ़ौजी छावनी से कुछ फ़ासले पर एक क़ाफ़िला रुका है जो बज़ाहिर मुसलमान हैं लेकिन उनके पास फ़हश नंगी औरतों की तस्वीरों के कुछ नमूने मौजूद हैं। जब सुलतान ने वह तस्वीरें देखी तो दंग रह गया। उनमें ऐसी मंज़र क़शी की गई थी के कोई भी नौजवान सेक्स के लिए जुनूनी हो सकता था। इसी दौरान सुलतान अय्यूबी को दमिश्क और मिस्र के दिगर शहरों से ख़बर मिली के शहर में फ़हश तस्वीर (सेक्सी फोटो) के क्लब खुल गए हैं जहाँ जिन्सी इश्तेआल अंग्रेज़ी तस्वीर दिखाई जाती है। नौजवान को जिंसियात की बा क़ायदा तालीम दी जाती है। साथ यह भी लिखा था कि मुसलमान नौजवान बड़ी तेज़ी से बुराई की तरफ़ माएल हो रहें हैं।

सुलतान अय्यूबी ने फ़ौरी अपनी जंगी पेश क़दमी रोकी और पोर्नग्राफ़ी के इस नासूर के ख़िलाफ़ महाज़ (मोर्चा) खोला। इस हवाले सुलतान सलाउद्दीन अय्यूबी ने एक तारीख़ी तक़रीर में कहा: हर क़ौम की ताक़त उसका अच्छा या बुरा किरदार हुआ करता है, दुश्मन हमारी असली ताक़त का अंदाज़ा लगा चुका है अब वह सामने से जंग कभी नहीं करेगा इसलिए दुश्मन अब हमारे क़ौमी किरदार पर हमलावर हुआ है क्योंकि ज़रूरी नहीं जंग मैदानों में हो, जंग सोच और रवैयों की भी होती है, जो क़ौम इस पर ग़ालिब आ जाती है वह फ़तहयाब होती है।

दोस्तों! सलीबी इंटलीजेंस (यहूदी) ऑफिसर हरमन एक निहायत ज़हीन और शातिर इंसान था। अगर आप पूरी सलीबी तारीख़ का मुतालेआ करेंगे तो आप को यह शख़्स पूरी तारीख़ में छाया हुआ नज़र आएगा, सलीबी जब हिम्मत हार चुके थे तब इस शख़्स ने उनमें जान डाल दी। इसके मंसूबे पर अमल करते हुए दुनियाँ के मशहूर मंज़र निगारों को मुहँ माँगी क़ीमत पर ख़रीदा गया उनसे ऐसी फ़हश तस्वीर क़शी करवाई गई कि देख कर नज़रें हटाना मुश्किल हो जाता था। वह सेक्स जिस पर लोग एक हद तक तवज्जो देते थे फ़िर उसे बेहद सोचने लगे, सलीबी बादशाहों ने जब अपने इस मंसूबे को सौ फ़ीसद क़ामयाब होते देखा तो अपनी किताबों में इस का तज़किरा बड़ी शान से किया अगरचे सुलतान सलाउद्दीन अय्यूबी ने इस ज़हर को मारने की पूरी कोशिश की लेकिन इस मसले का पूरी तरह ख़ात्मा न हो सका क्योंकि इस ज़हर के असर को देखते हुए हसन बिन सबाह के फ़िरके ने इसे बतौर हथियार अपनाया, सलिबियों से इस आर्ट ग्राफी की मांग की गई। यूं हसन बिन सबाह की पहाड़ों में बनाई हुई पुरसरार जन्नत में एक और हथियार का इज़ाफ़ा हुआ और इसी दौरान सुलतान बैतूल मुक़द्दस के फ़तह के बाद इस दुनियां से चल बसा।

सलीबी अपना दम ख़म खो चुके थे लेकिन उनका तैयार करदाह ज़हर "पोर्नग्राफी" मुसलसल फ़हाशी के जरासीम फैलाता रहा। यूं सदियों बीत गई, ज़माने के रंग ढंग बदल गए और कई सक़ाफ़तें आई और मिट गई...

आख़िर 18 वीं सदी का सूरज तुलु हुआ। यह वह सदी हैं जब साइंस के इल्म में इंक़लाब की फ़ज़ा पैदा होना शुरू हुई थी। 18 वीं सदी के शुरू में "पोर्नग्राफी" पर एक बार फ़िर नए अंदाज में काम शुरू हुआ। इस बार "पोर्नग्राफी" के लिए लकड़ी का इस्तेमाल हुआ। इस के अलावा दरख़्तों को भी काट छाट कर जिन्सी आज़ा की तरह बनाया गया।

फ्रांस में हुए इस तमाशे पर लोगों का हुजूम लग गया। लोग बे पनाह दिलचस्पी से लकड़ी के बने जिंसी सामान और दरख़्तों पर हुई ज़ियादती देखने को जोक दर जोक आ रहें थे और इसी वक़्त से लोगों में जिंसी आज़ाद ख़याली पैदा हुई लेहाज़ा लोगों की दिलचस्पी देखते हुए अमेरिका , फ्रांस और लंदन में "वुड पोर्नग्राफी" के छोटे छोटे पोर्न हाउस खुल गए जो एक छोटा सा जंगल होता था जिसमें पोर्नग्राफी के फ़न पुरे दरख़्तों पर बने होते थे।

दोस्तों! सन 1839 में कैमरा इजाद हुआ इस इजाद ने साइंस की दुनियाँ में एक बहुत बड़ा जादू किया वहीं यह बहुत जल्द पोर्नग्राफी का अहम हथियार बन गया। सन 1855 में पहली बार इसे पोर्नग्राफी के लिए इस्तेमाल किया गया लेकिन इस पोर्नग्राफी में मसला यह था कि कैमरा तस्वीर की तरफ़ एक कॉपी बनाता था इस तस्वीर को बहुत ज़ियादा शेयर नहीं किया जा सकता था इसलिए पोर्नग्राफी मुश्किल का शिकार हो गयी लेकिन यह मसला उस वक़्त मसला न रहा जब सन 1863 में प्रिंटर इजाद हुआ और इस इजाद के साथ ही सेक्स की तस्वीर से भरपूर प्ले कार्ड लोगों के हाथ में आना शुरू हुए। सन 1871 में जिंसी तस्वीर ब्लैक एंड वाइट रिजल्ट में पूरी शिद्दत के साथ मार्केट में आ चुकी थी। इन मार्किटों में फ्रांस के मार्केट सब से आगे थे...

फ़िर सन 1876 में वीडियो कैमरा की टेक्नोलॉजी मंज़रे आम पर आई। इस टेक्नोलॉजी में वीडियो कैमरा एक मिनट में सात तस्वीर को कैप्चर करता था फ़िर उन तस्वीरों को चरख़ा नुमा मशीन पर एक बड़े रोल बंडल की सूरत में चढ़ाया जाता फ़िर उस चरख़े को हाथ से चलाया जाता इस से तस्वीर इस तेज़ी से घूमती थी मानो ऐसा लगता था जैसे वीडियो प्ले हो रही है इसी तरीके अमल को आगे चल कर टीवी टेक्नोलॉजी में इस्तेमाल किया गया।

दोस्तों! वीडियो टेक्नोलॉजी के वजूद में आते ही यूरोपियन देशों में फ़िल्म साज़ इंडस्ट्री का शुरुआती ढांचा बनना शुरू हुआ इसके साथ ही तारीख़ में पहली बार बा क़ायदा "पोर्न इंडस्ट्रीज" का आगाज़ हुआ। पहली पोर्न फ़िल्म 1895 में रिलीज़ हुई। इसे लोमीर ब्रदर्स इंडस्ट्री ने पहली बार अवामी नुमाइश के लिए फ्रांस में पेश किया। इसका डायरेक्टर मिस्टर अल्बर्ट कोचर था। पहली पोर्न फ़िल्म सोलह मिनट की थी जिसमें एक औरत को बरहना, नंगे अंदाज़ में अदाए दिखाते हुए पेश किया गया। यह फ़िल्म निहायत मुनाफ़ा बक्श रिकॉर्ड के साथ मशहूर हुई। इसके साथ ही सेक्स की ख़्वाहिश ज़रूरत से बढ़ कर जूनून में बदल गई। यूरोप के गली कूचे में लोग बेहूदा मज़ाक और छेड़खानी करने लगे फ़िर यही चीज़ आगे चल कर यूरोपियन सक़ाफ़त (कल्चर) का हिस्सा बन गई।

19 वीं सदी के आगाज़ में कैमरा टेक्नोलॉजी में मज़ीद बेहतरी आई। मंज़र पहले से ज़ियादा साफ़ और मेयारी रिकॉर्ड होने लगे। इसके साथ ही फ्रांस और दीगर यूरोपीयन मुल्कों ने सरकारी स्तर पर पोर्न थेटर खोल दिए जहाँ पोर्न अदाकारों की पैदावर का सिलसिला शुरू हुआ। सन 1920 तक यूरोपीयन तहज़ीब पोर्नग्राफी के इस ज़हर में डूब चुकी थी। लोग सरे आम सड़कों को बेड रूम बनाए अपना शौक पूरा करने लगे, साहिल समुन्दर अय्याशी के अड्डे बन गए। मियां बीवी एक दूसरे के ज़िम्मेदारियों से भागने लगे...

सन 1970 में पोर्नग्राफी का ज़हर बर्रे सग़ीर (हिंद व पाक) में दाख़िल करने की कोशिश की गई। पहले पहल यह सिर्फ़ तस्वीर तक सीमित था। इसे वीडियो दिखाने के लिए यूरोपियन कंपनीज़ ने पाकिस्तान व हिंदुस्तान में पोर्न सिनेमा की इजाज़त चाही। इसके जवाब में सिर्फ़ इंकार ही नहीं किया गया बल्कि "पोर्नग्राफी" को बा क़ायदा एक जुर्म क़रार दिया गया।

दूसरी तरफ़ युरोपियन मुल्क़ में सेक्स वीडियो की डिमांड कम होना शुरू हुई क्योंकि एक ही सीन को हर फ़िल्म में देख कर लोग बोर होने लगे। दूसरा बज़ात इनका समाज इतना आज़ाद हो चूका था कि वीडियो देखने की ज़रूरत रोज़ बा रोज़ कम होने लगी इस सूरते हाल से परेशान होकर पोर्न इंडस्ट्री ने पोर्नग्राफी के नए अंदाज पर काम करने के बारे में सोचा। यूं पोर्न कैटेगरी प्रोजेक्ट का आगाज़ हुआ। इस पोर्न कैटेगरी प्रोजेक्ट में सेक्स को कई अक्साम में तक़सीम कर दिया गया। हर किस्म का अपना एक अलग अंदाज होता था...

अगर हम आज किसी पोर्न वेब साइट को ओपन करे तो हमारे सामने एक लिस्ट ओपन हो जाती है जिसमें सेक्स की मुख़तलिफ़ कैटगरीज़ नज़र आती है जब यह प्रोजेक्ट यूरोपीयन अवाम के सामने लाया गया तो देखने वालों में धूम मच गयी क्योंकि इस दफ़ा फ़हाशी के मंज़र पूराने तरीक़े से हट कर रिकॉर्ड किये गए थे। यह प्रोजेक्ट पोर्न इंडस्ट्री के लिए आबे हयात की सूरत इख़्तेयार कर गया क्योंकि इसकी बदौलत हर शख़्स की जिंसी नफ़सियात उभर कर सामने आई। मसलन एक शख़्स धुँआ धार जिंसी मंज़र के बजाए रिलैक्स पोर्न देखना पसंद करता है तो उसके लिए अलग कैटेगरी मौजूद होगी और यक़ीनन पाँच साल बाद रिलैक्स पोर्न देखना ही पसंद करे गा। यूं हर शख़्स के जिंसी ख़्वाहिश के मुताबिक उसे पोर्नग्राफी का नशा मिलने लगा।

आज मुसलमानों में जेहाद का जज़्बा नहीं के बराबर होने की सबसे बड़ी वजह यहीं पोर्नग्राफी की बेगैरती है। आज दुश्मने इस्लाम खासतौर पर अमेरिका, इस्राईल व ब्रिटेन और इनके टुकड़ों पर पलनेवाले अरब हुक्मरान और आर.एस.एस जैसे ख़बीस बड़ी आसानी से इस्लामी मुक़द्दसात की तौहीन करते नज़र आ रहे हैं और मुस्लिम नौजवान अपनी बेहयाई की वजह से ख़ामोश तमाशाई बना चुप खड़ा नज़र आता हैं।

अल्लाह तआला उम्मते मुस्लिमा को इस बेहयाई से महफूज़ रखें।
आमीन......
हकीम मा जफरुद्दीन जफर
लेखक व वरिष्ठ पत्रकार
नगीना जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश
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