भारतीय अनुसूचित जनजागृति समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद झंझोट ने अपने एक प्रेस बयान में कहा है कि करो ना संकटकाल लगभग 3 महीने होने को है अभी तक सरकार द्वारा गरीब मजदूरों को गरीब परिवारों को मध्यम वर्ग के परिवारों किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद उनके खातों में ने भिजवाई गई है जबकि सरकार से गरीब मजदूर परिवार वह मध्यम वर्ग के परिवार के लोग सरकार की ओर एक आस भरी निगाहें लगाए बैठे हैं कि कब सरकार की ओर से कुछ मदद मिले गी इस करो ना संकट काल में जहां मजदूर वर्ग का काम ठप हुआ है मध्यम वर्ग के लोगों का भी काम बंद होने की वजह से अधिकतर गरीब वर्ग के लोगों ने बड़ी विकट समस्याओं का सामना करके यह समय पूरा किया है आज देश में गरीब कमजोर वर्ग वे मध्यमवर्ग आर्थिक तंगी की समस्या से जूझ रहा है और सरकार ने जो मजदूर तबके के लोगों के खाते में ₹1000 भिजवाए जाने की घोषणा की थी वह भी पैसा उनके खातों में अभी तक नहीं पहुंचा है और यह धनराशि सरकार द्वारा जो घोषित की गई थी यह बहुत कम है इसे बढ़ाई जाए और हम अपने संगठन की ओर से माननीय प्रधानमंत्री से आग्रह करते हैं देश में गरीब मजदूर वर्ग वह मध्यमवर्ग के परिवारों को लोक डाउन का प्रतिमाह का उनके नुकसान की भरपाई हेतु ₹10000 प्रति माह के हिसाब से उनके खातों में भिजवाया जाए और माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा जो व्यापारियों के लिए और बेरोजगार लोगों के लिए जो ऋण की योजना बनाई है उसमें ज्यादातर लोगों को पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं को 100000 से लेकर 500000 तक ऋण दिलाए जाएं जैसे बड़े व्यापारियों के लिए के ई करोड रुपए के ऋण स्वीकृत किए जा रहे हैं गरीब लोगों को बैंकों द्वारा ₹50000 का भी ऋण नहीं दिया जाता है इसलिए ज्यादातर गरीब बेरोजगारों को शिक्षित बेरोजगारों को अशिक्षित बेरोजगारों को 100000 से लेकर 500000 तक के ऋण दिलाई जाए जिससे यह गरीब बेरोजगार लोग भी अपना व्यवसाय शुरू करके आगे बढ़ सके इस कोरोना संकटकाल में बेरोजगारी बढ़ी है इस बेरोजगारी को दूर करने के लिए हर प्रदेश में सरकारी उद्योग स्थापित कर उसमें बेरोजगारों को रोजगार दिलाने की व्यवस्था कराए जाने की मांग की है भवदीय अरविंद झंझोट 94 57 77 16 39
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