शामली-28.01.2021, आधुनिक युग विज्ञान का युग है। वर्तमान समय में वैज्ञानिकों ने हर क्षेत्र में वैज्ञानिक अविष्कारों का निर्माण कर मानव
जीवन को अत्यन्त ही सरल व सुलभ बना दिया है। जिससे आज हमारा समाज व देश निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। आज के विद्यार्थियों को चाहिए कि वे इन सब वैज्ञानिक अविष्कारों के विषय में जानकारी प्राप्त करें और स्वयं वैज्ञानिकता के इस युग में आगे बढ़े । यदि जीवन में तरक्की प्राप्त करना है तो तकनीकि के विषय में जानकारी प्राप्त करना हर विद्यार्थी के लिए महत्वपूर्ण है क्योकि वैज्ञानिक तकनीकि द्वारा ही हमारा मानसिक व बौधिक विकास होता है। इसलिए हर विद्यार्थियों को चाहिए की वह विद्यालय में समय-समय पर आयोजित की जाने वाली कर-कर सीखों कार्यशालाओं में प्रतिभाग कर अपने अन्दर तकनीकि कौशल का विकास कर सकें। उक्त उद्गार स्थानीय सेन्ट आर0 सी0 कान्वेंट स्कूल शामली में आयोजित दो दिवसीय ‘‘तकनीकि विकास कार्यषाला’’ के समापन के अवसर पर श्री अरविन्द संगल, निवर्तमान चेयरमैन, नगर पालिका परिषद् शामली ने व्यक्त किये।
इस अवसर पर स्कूल उप-प्रधानाचार्य रविन्द्रपाल सिंह मलिक ने बताया कि विधार्थियों में पढाई के साथ-साथ अन्य तकनीकि विकास करने के लिए समय-समय पर विज्ञान कार्यशालाओं का आयोजन विद्यालय मे किया जाता है, जिससे विधार्थी पढा़ई के साथ-साथ तकनीकि के क्षेत्र में भी पारंगत बने और अपने लिए एक सफल भविष्य का निर्माण करने मे अग्रसर रहे।
कार्यशाला स्कूल डायरेक्टर भारत संगल के दिशा-निर्देशन में सम्पन्न की गई। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहां कि गेल्टन बोर्ड का अविष्कार सर फ्रांसिस गेल्टन ने सेन्ट्रल लिमिट थ्योरम को समझाने के लिए किया था। सेन्ट्रल लिमिट थ्योरम का प्रयोग प्रोबेबलिटी व स्टेटिक्स में होता है, जो कि मैथ्स की शाखाएं है। इस कार्यशाला में
छात्रो को फोम, पेपरशीट, प्लास्टिक नेल्स और मारबल्स आदि सामान प्रदान किया गया जिसकी सहायता से छात्रों ने गेल्टन बोर्ड को तैयार किया और इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। कार्यशाला में छात्र/छात्राओं को यह भी समझाया गया कि गेल्टन बोर्ड से गुजरते हुए मारबल्स के गिरने पर कौन से खाचें में कितने मारबल्स आयेगे व उनकी क्या प्रोबेबलिटी (संभावना) होगी।
इस अवसर पर स्कूल प्रधानाचार्या श्रीमती मीनू संगल, आर.पी.एस. मलिक, अरविन्द शर्मा, विशाल तायल, नरेशचन्द, कुलदीप सिंह, हरिओम वत्स, मौ0 फैजान, मनोज मैनवाल, प्रभा रानी, शालिनी गर्ग, एकता अरोरा, आकाश संगल, सीमा जैन, अनिमेष, शेखर कपूर, गीता शर्मा, मनीष मित्तल, अनिता वत्स, आशा सेठ, अंजू , प्रतिभा, पंकज गोयल, भावना देवी, अरविन्द कुमार, निशा शर्मा, सरोज अरोरा, रीना, सुरक्षा, अंशुल गुप्ता, ऊषा आर्या, अमित पंवार, जसविन्द्र कौर, पूनम जैली, अनूप सिंह, कविता, स्वाति, अमिता, अनुराधा, अजय गोयल, अंजना गर्ग, रिचा आर्या, हर्षित मित्तल, आंचल, शिल्पी, कनिष्का मित्तल, आशीष कुमार उपस्थित रहे।
(आर0पी0एस0 मलिक)
उप-प्रधानाचार्य,