एन0जी0ओ0 दर्पण समर्पित है देश के उन जांबाज़,ईमानदार,कर्तव्यनिष्ठ समाज-सेवियों के लिए जिन्होंने देश सेवा में अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया ये देश सदा ऐसे एन0जी0ओ0 का ऋणी रहेगा दोस्तों अच्छे और बुरे लोग हर जगह होते है लेकिन एन0जी0ओ0 की हमेशा गलत छवि ही बनाई जाती है । यहाँ हम प्रयास कर रहे है कि सत्य आप तक पहुंचे और एन0जी0ओ0 का वो देश भक्त चेहरा भी सभी को दिखाई दे जो आम तौर पर नही दिखाई देता जय हिंद जय भारत जय एन0जी0ओ0
Thursday, January 21, 2021
बीएसएम स्कूल के चेयरमैन सूर्यवीर पर लगा छात्र के शैक्षिक प्रमाण पत्र ना देने का आरोप, डीएम से की गई शिकायत ,डीएम शामली ने जिला विद्यालय निरीक्षक को दिए जांच के आदेश
आपको बता दें कि करनाल रोड स्थित बीएसएफ स्कूल के संचालक सूर्यवीर पर रुपेश कुमार निवासी टिटोली ने आरोप लगाया कि उनका पुत्र पारस देशवाल ने बीएसएम स्कूल से 2019-2020 शिक्षा सत्र में हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी रिजल्ट आने से पूर्व ही कोरोना काल के चलते स्कूल बंद हो गए थे उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने बताया कि उनके पुत्र द्वारा अगली कक्षा में प्रवेश नहीं लिया गया और ना ही विद्यालय से कोई फोन आया नहीं कोई ऑनलाइन क्लास दी गई और ना ही किसी तरह का कोई संपर्क किया गया अब जब पारस देशवाल व उसके पिता बीएल पब्लिक स्कूल से अपने दसवीं के शैक्षिक प्रमाण पत्र लेने पहुंचे तो
बीएसएम पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य व चेयरमैन द्वारा उनसे ₹38000 की मांग की गई उस मांग के संदर्भ में ग्रामीणों द्वारा कहा गया कि जब हमारे द्वारा एडमिशन नहीं लिया गया नहीं कोई क्लास की गई ऑनलाइन ने ही कोई हमसे एडमिशन की परमिशन ली गई नहीं हमने एडमिशन लिया तो इस पर स्कूल प्रबंधक चेयरमैन सूर्यवीर भड़क गए और उन्होंने ₹38000 जमा करने पर ही प्रमाण पत्र देने की बात कही जिस पर अभिभावक में डायल 112 पर कॉल कर मौके पर पुलिस बुला ली पुलिस के आने पर चेयरमैन उस वक्त बाहर होने के बाद मामले को टाल गए पुलिस विभाग द्वारा बाद में समाधान कराने की बात कर पुलिस भी मौके से चली गई कोई कार्यवाही नहीं होता देख रुपेश देशवाल द्वारा कल
डीएम से मिलकर उक्त प्रकरण की शिकायत की गयी डीएम शामली ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच के आदेश दिए हैं अब देखना यह होगा कि स्कूल प्रबंधकों की ऐसी मनमानी कब तक चलती रहेगी या लग पाएगी इस पर कोई रोक पूर्व में भी है विद्यालय अनेकों बार इस तरह के प्रकरणों को लेकर चर्चाओं में रहा है अब देखना यह होगा कि क्या स्कूल प्रबंधक की हठधर्मिता पर लगेगी रोक और फरियादी पिता को मिल पाएगा इंसाफ और छात्र के प्रमाण पर छात्र को मिल पाएंगे या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन प्राइवेट विद्यालय को के संचालकों की हठधर्मिता कोई आज नई बात नहीं है हमेशा से होता आया है इन पर नकेल कसना यह मानो कि असंभव सा हो चुका है लेकिन फिर भी न्याय डीएम के आश्वासन के द्वारा अभिभावक में उम्मीद की किरण जागी है
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