देश की आजादी के महान स्वतंत्रता सैनानी चंद्रशेखर आजाद जी का बलिदान दिवस ,सामाजिक संगठन आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार
अपराध मुक्ति संगठन के बैनर तले संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी एस बेदी के नेतृत्व में नगर टूंडला ओटू क्लासिस कोचिंग सेंटर पर बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया , जिसमें नगर के सम्मानित समाजसेवी वीर सुरेंद्रपाल सिंह यादव डॉ अनिल वार्ष्णेय अतिथि रहे सबसे पहले अतिथिगण और बी एस बेदी व
आए समस्त समाजसेवियों ने शहीद के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया , उसके बाद सौ गरीब छात्रों को कॉपी पेंसिल वितरण किए गए , श्री बी एस बेदी ने आजाद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा ,शहीद पंडित चन्द्रशेखर 'आज़ाद जी का जन्म 23 जुलाई 1906 को माध्य प्रदेश के भाबरा गाँव में हुआ था इनके पिता का नाम पंडित सीताराम तिवारी और माता जागरान था यह अपना पैतृक गांव छोड़कर ,भाबरा गांव में बस गए थे जो बाद में चन्द्रशेखर आज़ादनगर के नाम से प्रचलित हुआ , सन् 1922 में गाँधीजी द्वारा असहयोग आन्दोलन को अचानक बन्द कर देने के कारण उनकी विचारधारा में बदलाव आया और वे
क्रान्तिकारी गतिविधियों से जुड़ कर हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य बन गये। इस संस्था के माध्यम से राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में पहले 9 अगस्त 1925 को काकोरी काण्ड किया और फरार हो गये। इसके पश्चात् सन् 1927 में 'बिस्मिल' के साथ ४ प्रमुख साथियों के बलिदान के बाद उन्होंने उत्तर भारत की सभी क्रान्तिकारी पार्टियों को मिलाकर एक करते हुए हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन
एसोसिएशन का गठन किया तथा भगत सिंह के साथ लाहौर में लाला लाजपत राय की मौत का बदला सॉण्डर्स की हत्या करके लिया ,
दुर्भाग्य रहा देश का जिन वीरों ने देश के लिए अपनी जान की बजी लगा दी आजाद भारत की सरकारों ने आज तक इनको भारत रत्न और शहीद का दर्जा नहीं दिया
अपराध मुक्ति संगठन के बैनर तले संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी एस बेदी के नेतृत्व में नगर टूंडला ओटू क्लासिस कोचिंग सेंटर पर बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया , जिसमें नगर के सम्मानित समाजसेवी वीर सुरेंद्रपाल सिंह यादव डॉ अनिल वार्ष्णेय अतिथि रहे सबसे पहले अतिथिगण और बी एस बेदी व
आए समस्त समाजसेवियों ने शहीद के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया , उसके बाद सौ गरीब छात्रों को कॉपी पेंसिल वितरण किए गए , श्री बी एस बेदी ने आजाद जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा ,शहीद पंडित चन्द्रशेखर 'आज़ाद जी का जन्म 23 जुलाई 1906 को माध्य प्रदेश के भाबरा गाँव में हुआ था इनके पिता का नाम पंडित सीताराम तिवारी और माता जागरान था यह अपना पैतृक गांव छोड़कर ,भाबरा गांव में बस गए थे जो बाद में चन्द्रशेखर आज़ादनगर के नाम से प्रचलित हुआ , सन् 1922 में गाँधीजी द्वारा असहयोग आन्दोलन को अचानक बन्द कर देने के कारण उनकी विचारधारा में बदलाव आया और वे
क्रान्तिकारी गतिविधियों से जुड़ कर हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य बन गये। इस संस्था के माध्यम से राम प्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में पहले 9 अगस्त 1925 को काकोरी काण्ड किया और फरार हो गये। इसके पश्चात् सन् 1927 में 'बिस्मिल' के साथ ४ प्रमुख साथियों के बलिदान के बाद उन्होंने उत्तर भारत की सभी क्रान्तिकारी पार्टियों को मिलाकर एक करते हुए हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन
एसोसिएशन का गठन किया तथा भगत सिंह के साथ लाहौर में लाला लाजपत राय की मौत का बदला सॉण्डर्स की हत्या करके लिया ,
दुर्भाग्य रहा देश का जिन वीरों ने देश के लिए अपनी जान की बजी लगा दी आजाद भारत की सरकारों ने आज तक इनको भारत रत्न और शहीद का दर्जा नहीं दिया
बी एस बेदी सामाजिक कार्यकर्ता/राष्ट्रीय अध्यक्ष, समाजसेवी वीर सुरेंद्रपाल सिंह यादव, समाजसेवी डॉ अनिल वार्ष्णेय , समाजसेवी डॉ
कमल यादव , समाजसेवी सरदार मनमिंदर सिंह , सरदार प्रतिपाल सिंह प्रदेश सचिव , वीरेंद्र कुमार जिला संरक्षक, फैजी उदयवीर सिंह , पवन कक्कड़ प्रदेश संगठन मंत्री , उदयवीर सिंह पौनिया , अरुण रावत प्रेस क्लब अध्यक्ष , दीपक सलूजा पश्चिमी प्रदेश प्रभारी , वीरेंद्र कुमार जिला संरक्षक , संजय निषाद , अमीन अहमद प्रदेश अध्यक्ष अल्प संख्यक मोर्चा, समाजसेविक आरती कुमार , विपिन , एस के खान , जितेन्द्र कुमार , पवनेश करन मण्डल मीडिया प्रभारी
कमल यादव , समाजसेवी सरदार मनमिंदर सिंह , सरदार प्रतिपाल सिंह प्रदेश सचिव , वीरेंद्र कुमार जिला संरक्षक, फैजी उदयवीर सिंह , पवन कक्कड़ प्रदेश संगठन मंत्री , उदयवीर सिंह पौनिया , अरुण रावत प्रेस क्लब अध्यक्ष , दीपक सलूजा पश्चिमी प्रदेश प्रभारी , वीरेंद्र कुमार जिला संरक्षक , संजय निषाद , अमीन अहमद प्रदेश अध्यक्ष अल्प संख्यक मोर्चा, समाजसेविक आरती कुमार , विपिन , एस के खान , जितेन्द्र कुमार , पवनेश करन मण्डल मीडिया प्रभारी
एनजीओ दर्पण न्यूज टूंडला, फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश से पत्रकार हर्षित शर्मा की रिपोर्ट
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9528680561
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