Tuesday, December 9, 2025

सहारनपुर में उपभोक्ता संगठन की वैधता पर सवाल–जांच की मांग तेज़

क्या “विश्व उपभोक्ता संगठन–भारत” सचमुच जनता के हित में सक्रिय है, या यह सिर्फ प्रचार का खेल?

रिपोर्ट: गुलवेज़ आलम
एनजीओ दर्पण – देश की एकमात्र राष्ट्रीय पत्रिका, जो सामाजिक संस्थाओं को समर्पित है
संपर्क: 8010884848
www.ngodarpangov.org.in
ngodarpanbharat@gmail.com


भूमिका: शहर में एक नाम, लेकिन भरोसे के सवाल भी साथ–साथ

सहारनपुर में हाल ही में उपभोक्ता जागरूकता के नाम पर सक्रिय विश्व उपभोक्ता संगठन–भारत नामक संस्था तेजी से सुर्खियाँ बटोर रही है। शहरभर में फैले पोस्टर, सड़क–गलियों में चस्पा पर्चे और तेजी से चल रहा सदस्यता अभियान इसे चर्चा के केंद्र में ला रहा है। लेकिन दूसरी तरफ, इसकी वैधता और पंजीकरण को लेकर उठे सवाल अब और गंभीर होते जा रहे हैं।


पोस्टरों में जो दिखा… और जो नहीं दिखा

पोस्टरों पर “जागरूक रहें, सुरक्षित रहें” और “जागरूक उपभोक्ता, सशक्त उपभोक्ता” जैसे आकर्षक नारे लिखे हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर असगर आलम का नाम भी प्रमुखता से दिया गया है, साथ ही एक मोबाइल नंबर भी उपलब्ध है।

लेकिन—
सबसे महत्वपूर्ण जानकारी अनुपस्थित है:

  • पंजीकरण संख्या
  • अधिकृत कार्यालय का पता
  • किसी विभाग से मिली मान्यता
  • संगठन का कार्यक्षेत्र या कानूनी स्थिति

यही कमी लोगों के मन में शंका को बढ़ा रही है।


लोगों की बढ़ती चिंता: “दस्तावेज़ पूछो तो जवाब गोल–मोल”

स्थानीय नागरिकों ने बताया कि संगठन के लोगों का सदस्यता अभियान बहुत तेज़ है, लेकिन जब कोई व्यक्ति उनसे पंजीकरण से जुड़े दस्तावेज़ मांगे—
तो जवाब अक्सर टालमटोल वाला होता है।

नागरिकों का कहना है कि यदि संस्था उपभोक्ता हित में काम कर रही है, तो उसे अपनी वैधता और कानूनी प्रमाण खुले तौर पर साझा करने चाहिए।
पारदर्शिता ही भरोसे की नींव है—और यही अभी सबसे ज्यादा गायब दिखाई देती है।


सामाजिक संगठनों की मांग: “जिला प्रशासन करे जांच”

शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन से अपील की है कि—
इस संस्था की प्रामाणिकता, पंजीकरण और गतिविधियों की जांच कराई जाए, ताकि स्पष्ट हो सके कि यह संगठन उपभोक्ता हित में वास्तविक काम कर रहा है या फिर किसी अन्य उद्देश्य से सक्रिय है।


शहर में उठ रहे सवाल

अब सहारनपुर में एक ही चर्चा है—

“क्या यह संस्था सचमुच जनता के हित में सक्रिय है, या फिर किसी और मकसद का मुखौटा?”

जब तक प्रशासन की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आती, लोगों की शंकाएं यूँ ही बढ़ती रहेंगी। नागरिकों को उम्मीद है कि जल्द ही इस संगठन की वास्तविक स्थिति स्पष्ट की जाएगी।


निष्कर्ष: जागरूक उपभोक्ता बनना समय की माँग है

सामाजिक क्षेत्र में कार्यरत संगठनों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन पारदर्शिता और वैधता इनके लिए सबसे आवश्यक तत्व हैं।
ऐसे में, कोई भी संस्था जो उपभोक्ता सुरक्षा जैसे संवेदनशील विषय पर काम करने का दावा करती है—
उसे अपनी पहचान और पंजीकरण को सार्वजनिक करना ही चाहिए।

जब तक तथ्यों का खुलासा नहीं होता, नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है।



Monday, December 8, 2025

जन्मदिन पर इंसानियत की मिसाल — पैग़ाम-ए-इंसानियत संस्था ने बाँटे 500 कम्बल

8 दिसम्बर, रविवार | मुजफ्फरनगर से ज़मीर आलम की रिपोर्ट

ठंडी हवाओं के बीच जब जरूरतमंदों को गर्माहट की सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी, उसी वक्त पैग़ाम-ए-इंसानियत संस्था ने एक शानदार पहल करते हुए मानवता की खूबसूरत मिसाल पेश की। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष आसिफ राही ने अपने जन्मदिन को उत्सव की जगह सेवा दिवस में बदलते हुए गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के बीच 500 कम्बल वितरित किए।

जन्मदिन नहीं, सेवा-दिवस!

आसिफ राही ने बताया कि वे हर वर्ष 8 दिसम्बर को अपने जन्मदिवस को पारंपरिक तरीकों से मनाने की बजाय समाजसेवा के कार्यों के लिए समर्पित करते हैं। कम्बल वितरण के अलावा संस्था द्वारा पौधरोपण, पात्र व्यक्तियों की सहायता और रक्तदान जैसे कार्यक्रम भी नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं।
यह सोच न सिर्फ प्रेरणादायक है बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव का संदेश भी देती है।


कार्यक्रम में जुटे जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक

कार्यक्रम में शहर और आसपास के क्षेत्रों से जुड़े अनेक सम्मानित लोग शामिल हुए। मुख्य अतिथियों में —

  • सांसद हरेंद्र मलिक
  • पूर्व सांसद कादिर राना
  • सपा नेता राकेश शर्मा
  • सपा जिलाध्यक्ष ज़िया चौधरी
  • डा. नज्मुल हसन ज़ैदी, गौहर सिद्दीकी
  • मौलाना खालिद जाहिद, मौलाना मुकर्रम क़ासमी, मौलाना मूसा क़ासमी
  • इकराम क़स्सार, महबूब आलम एडवोकेट, नईम क़स्सार
  • शाहिद आलम, शहज़ाद अहमद, मो. अहमद खान

इन सभी ने संस्था के कार्यों की सराहना की और इसे समाज में भाईचारा और इंसानियत फैलाने वाली कामयाब कोशिश बताया।


संस्था के सदस्यों ने संभाली व्यवस्थाएँ

पैग़ाम-ए-इंसानियत की पूरी टीम ने आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
वरिष्ठ पत्रकार अरशद राही, दिलशाद पहलवान, मजहर राही, फैज़ान अंसारी, अमीर आज़म, अज़ीम खान, शहज़ाद कुरैशी, दिलशाद अंसारी, सैफ राही, समद राही, ज़िया-उर-रहमान, अब्दुल हमीद, शहज़ाद राही, और राहत अली ने अतिथियों का स्वागत कर उनका आभार व्यक्त किया।


एक संदेश — इंसानियत सबसे बड़ा जश्न है

आज के समय में जहां जन्मदिन अक्सर शोर-शराबे और औपचारिकताओं में बीत जाते हैं, वहीं आसिफ राही और उनकी संस्था ने यह साबित किया कि सबसे बड़ी खुशी तब मिलती है, जब आप किसी की ज़िंदगी में राहत बनकर पहुँचते हैं।
यह कार्यक्रम केवल कम्बल वितरण नहीं, बल्कि मानवता के प्रति समर्पण का पैग़ाम था।


संपूर्ण सामाजिक संस्थाओं को समर्पित देश की एकमात्र राष्ट्रीय समाचार पत्रिका “एनजीओ दर्पण” के लिए
मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश से पत्रकार — ज़मीर आलम

📞 8010884848
🌐 www.ngodarpangov.org.in
📩 ngodarpanbharat@gmail.com



Sunday, December 7, 2025

संविधान दिवस पर गुजरात के तरसाड़ी गाँव में प्रभावशाली जनजागरूकता कार्यक्रम



📝 रिपोर्ट: गुलवेज़ आलम, नवसारी — एनजीओ दर्पण

संविधान दिवस के अवसर पर गुजरात के नवसारी ज़िले के तरसाड़ी गाँव में गंगा समग्र संघ द्वारा एक महत्वपूर्ण जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन 7 दिसंबर 2025, रविवार को गाँव के सरपंच संजय हलपति के सक्रिय सहयोग से हुआ, जिसमें ग्रामीणों की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने इस पहल को बेहद प्रभावशाली बना दिया।


संविधान की मूल भावना पर विशेषज्ञों ने की सरल चर्चा

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ एडवोकेट प्रतापसिंह महिडा ने संविधान की आत्मा, उसकी महत्ता और नागरिकों के मौलिक अधिकारों पर विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने कहा—
“संविधान कोई साधारण दस्तावेज नहीं, यह देश के हर नागरिक को न्याय, सुरक्षा और समानता देने वाला मूल आधार है।”

महिडा ने विशेष ज़ोर देते हुए कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर रहने वाले लोगों तक संविधान की जानकारी पहुँचना बेहद आवश्यक है, ताकि वे अपने अधिकारों का सही तरीके से उपयोग कर सकें।


कानूनी जानकारियों पर ग्रामीणों के सवालों का समाधान

महिडा की टीम के अनुभवी वकील —

  • वरुण दवे
  • कृष्णराज सिंह देसाई

ने ग्रामीणों को सरल भाषा में कानूनी प्रक्रियाओं, अधिकारों और सामान्य न्याय व्यवस्था के बारे में बताया।
उन्होंने ग्रामीणों के कई सवालों के जवाब दिए और कहा कि कानून का उद्देश्य हर व्यक्ति को न्याय दिलाना है, और उसके लिए जागरूकता सबसे पहला कदम है।


कार्यक्रम में प्रमुख पदाधिकारियों की भागीदारी

इस जनजागरूकता कार्यक्रम में कई प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे—

  • राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गुजरात संयोजक ऋषिदा ठाकुर
  • जिला अध्यक्ष प्रवीन गढ़वी
  • महामंत्री हर्षा घोघारी
  • नए सदस्य नीतू शर्मा
  • वकील अमरीश सिंघानिया
  • अनुप भदौरिया
  • वेद प्रकाश

सभी पदाधिकारियों ने संविधान दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए समाज को कानूनी रूप से सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।


युवाओं की भागीदारी और ग्रामीणों की सराहना

तरसाड़ी गाँव के सरपंच संजय हलपति की युवा टीम ने आयोजन की पूरी जिम्मेदारी संभाली और कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

ग्रामीणों ने वक्ताओं की बातों को ध्यान से सुना और माना कि इस तरह की पहल से उनके भीतर संविधान और कानून को लेकर जागरूकता बढ़ी है।
ग्रामीणों ने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की मांग की।


राष्ट्रहित के संकल्प के साथ कार्यक्रम का समापन

कार्यक्रम का समापन धन्यवाद प्रस्ताव और राष्ट्रहित व सामाजिक जागरूकता के संकल्प के साथ हुआ।
यह आयोजन न सिर्फ संविधान दिवस को सार्थक बना गया, बल्कि ग्रामीणों में कानूनी समझ और जागरूकता को भी नई राह दे गया।


📌 विशेष रिपोर्ट


देश की एकमात्र राष्ट्रीय सामाजिक संस्थाओं को समर्पित समाचार पत्रिका — “एनजीओ दर्पण”

रिपोर्ट: गुलवेज़ आलम, नवसारी (गुजरात)
📞 8010884848
🌐 www.ngodarpangov.org.in
📩 ngodarpanbharat@gmail.com


Friday, December 5, 2025

आगरा सिविल एन्क्लेव निर्माण तेज़ रफ़्तार में: नाले, सड़क और रिलोकेशन कार्यों ने पकड़ी गति




– साजिद अली, विशेष रिपोर्ट / NGO Darpan

आगरा के नए सिविल एन्क्लेव प्रोजेक्ट में निर्माण का अहम चरण अब पूरी रफ़्तार में है। टर्मिनल बिल्डिंग के बाद अब नाला निर्माण, वैकल्पिक सड़क और पेड़ों के रिलोकेशन जैसे संवेदनशील कार्यों पर गंभीरता के साथ आगे बढ़ा जा रहा है।
अगर प्रशासन और नौकरशाही के बीच बेहतर तालमेल बना रहा, तो यह प्रोजेक्ट 2026 तक फंक्शनल होने की संभावना रखता है।


फेस-1 कार्य: 40% पूरा, बाकी तय समय में होने का भरोसा

ग्राम सभा धनौली में चल रहे फेस-1 कार्यों—पिलर, फाउंडेशन, बाउंड्री वॉल आदि—का लगभग 40% निर्माण पूरा हो चुका है।
जीएम (अभि.) और प्रोजेक्ट प्रभारी अनूप चंद्रा श्रीवास्तव के अनुसार मुख्यालय से भी रिमोट सेंसिंग के माध्यम से निर्माण कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है।


286 पेड़ों का सफल रिलोकेशन

फेस-1 के तहत 286 पेड़ों को सामाजिक वानिकी विभाग की सहायता से स्थानांतरित किया गया है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है, जिसे आगे सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा।


खेरिया–मलपुरा रोड बनेगी मॉडल रोड

खेरिया मोड़ से न्यू सिविल एन्क्लेव तक जाने वाला मार्ग भविष्य में मॉडल रोड के रूप में विकसित किया जाएगा।
PWD के अनुसार—

  • रोड का उन्नयन
  • बिजली पोल शिफ्टिंग
  • अवैध अतिक्रमण हटाना
    इन सभी कार्यों के लिए तीन महीने का समय तय किया गया है।

वैकल्पिक मार्ग निर्माण पर तेजी

सिविल एन्क्लेव की जमीन के बीच से गुजरने वाली मौजूदा सड़क बाउंड्री वॉल पूरी होते ही बंद करनी होगी।
इसलिए वैकल्पिक मार्ग प्रस्तावित है और धनराशि भी अवमुक्त हो चुकी है।
DM
अरविंद मल्लप्पा बंगारी
का निर्देश है कि जब तक नई सड़क तैयार नहीं हो जाती, पुराना मार्ग चालू रखा जाए।
नया मार्ग अगले छह महीनों में बनने की योजना है।


कनेक्टिंग नाला: बारिश में रुकावट से छुटकारा

सिविल एन्क्लेव के गंदे पानी के निस्तारण के लिए एक नए नाले का निर्माण अनिवार्य है, जो खेरिया मोड़ से मलपुरा तक बने बड़े नाले से जुड़ेगा।
वर्तमान में जलनिकासी न होना मानसून में निर्माण को प्रभावित करता है, साथ ही धनौली–मलपुरा क्षेत्र में जलभराव भी एक पुरानी समस्या है।


जलापूर्ति समाधान: जल निगम सक्रिय

एन्क्लेव की जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए यूपी जल निगम जल स्रोतों की तलाश और कार्य योजना पर काम कर रहा है।
इस पर आने वाला पूरा व्यय एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया वहन करेगी।


सुरक्षा व स्टाफ के लिए 5 एकड़ जमीन की मांग

एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सुरक्षा कर्मियों और AAI कर्मचारियों के लिए आवासीय परिसर हेतु 5 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
यह परिसर सिविल एन्क्लेव के मूलभूत बुनियादी ढांचे का हिस्सा माना जाएगा।


दूसरे चरण की राह फ़ेस-1 पूरा होने पर साफ़

पहले चरण की अनुमति सशर्त है। निर्देशों का पालन पूरा होते ही दूसरे चरण का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।


NEERI जांच को अनावश्यक बताया गया

सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के सचिव अनिल शर्मा के अनुसार—
चूंकि एन्क्लेव परिसर का हिस्सा एयर फ़ोर्स स्टेशन की निगरानी सीमा में आता है, इसलिए NEERI से कोई जांच करवाने के लिए रक्षा मंत्रालय की अनुमति जरूरी होगी, जो बेहद कठिन प्रक्रिया है।
उनका सुझाव है कि वायुसेना के पास मौजूद प्रदूषण संबंधी डेटा का उपयोग किया जाए।

साथ ही उन्होंने NEERI द्वारा TTZ क्षेत्र में अब तक किए गए सर्वे से खास सुधार न दिखने का भी हवाला दिया है।


TTZ अथॉरिटी से राहत और त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा

सिविल सोसायटी ने ताज ट्रिपेजियम जोन प्राधिकरण से अनुरोध किया है कि बैठक बुलाकर सिविल एन्क्लेव से जुड़े अनुमोदन शीघ्रता से पूरे किए जाएँ और यदि कोई कमी हो तो उसका समाधान सुझाया जाए।


प्रतिनिधि मंडल

इस समीक्षा बैठक में—

  • अनिल शर्मा (सेक्रेटरी)
  • राजीव सक्सेना
  • असलम सलीमी
    शामिल रहे।

(फोटो: आभार – असलम सलीमी)


रिपोर्टर

साजिद अली
विशेष संवाददाता, NGO Darpan
मो.: 8010884848
वेबसाइट: www.ngodarpangov.org.in
ईमेल: ngodarpanbharat@gmail.com



Thursday, December 4, 2025

दर्पण समाज समिति की पहल: सरधना में नौ ग़रीब बच्चियों का निकाह और कन्यादान सम्पन्न

खास रिपोर्ट : ज़मीर आलम

राष्ट्रीय समाचार पत्रिका — “एनजीओ दर्पण”

आज दिन जुमेरात, दिनांक 04 दिसंबर 2025, क़स्बा सरधना, जिला मेरठ, उत्तर प्रदेश में एक ऐसी मिसाल देखने को मिली जिसने इंसानियत, भाईचारे और सामाजिक ज़िम्मेदारी पर नया भरोसा कायम किया।
दर्पण समाज समिति और इलाके के जिम्मेदार लोगों ने मिलकर 09 ग़रीब बच्चियों का सामूहिक निकाह और कन्यादान कर समाज के सामने एक शानदार उदाहरण पेश किया।

🌸 एकता और इंसानियत की मिसाल

कार्यक्रम में सबसे ख़ास बात यह रही कि इसमें हर वर्ग, हर बिरादरी और हर तबक़े से लोग शामिल हुए।
किसी ने अपनी सेवा दी, किसी ने आर्थिक मदद, किसी ने दुआओं में हिस्सा लिया—और यूँ लगा मानो पूरा सरधना एक परिवार बनकर इन बच्चियों के उज्ज्वल भविष्य की दुआएँ कर रहा हो।

🤝 गणमान्य लोगों की शिरकत

स्थानीय सम्मानित व्यक्तित्वों, समाजसेवियों और सामाजिक संस्थाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
उनकी मौजूदगी ने कार्यक्रम की शोभा भी बढ़ाई और इस नेक काम के प्रति समाज की संवेदनशीलता को भी उजागर किया।
ऐसे मौक़ों पर यह समझ आता है कि जब समाज एकजुट होता है, तो किसी की भी ज़िंदगी में रोशनी भरना मुमकिन हो जाता है।

🌼 दर्पण समाज समिति की सराहनीय पहल

दर्पण समाज समिति लंबे समय से सामाजिक व मानविक आधार पर विभिन्न सेवामूलक कार्यों में सक्रिय है।
ग़रीब बच्चियों का यह सामूहिक निकाह भी उनकी उसी प्रतिबद्धता का सुबूत है कि—
“खुशियाँ बाँटने से बढ़ती हैं और बोझ बाँटने से कम होता है।”

✍️ अंत में…

आज का यह आयोजन सिर्फ एक समारोह नहीं था, बल्कि ऐसा सामाजिक संदेश था जो हमें यह एहसास दिलाता है कि—
अगर इरादे नेक हों और कदम मिलाकर चला जाए, तो समाज में कोई भी अकेला नहीं रहता।
दर्पण समाज समिति और सभी सहयोगियों का यह कदम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।


संपर्क एवं स्रोत

ख़ास रिपोर्ट
ज़मीर आलम
राष्ट्रीय समाचार पत्रिका — “एनजीओ दर्पण”
📞 8010884848
🌐 www.ngodarpangov.org.in
✉️ ngodarpanbharat@gmail.com



Monday, December 1, 2025

✨ गंगा समग्र नवसारी प्रांत का मानवीय संदेश—वासदा सरा गाँव में 217 बच्चों को मिली गर्माहट की सौगात ✨

आज का दिन वासदा सरा गाँव के छोटे-छोटे बच्चों के लिए किसी त्यौहार से कम नहीं रहा।

गंगा समग्र नवसारी प्रांत के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम ने न सिर्फ़ बच्चों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी, बल्कि मानव सेवा की खूबसूरत मिसाल भी पेश की।


🙏🏻🚩 हर हर गंगे — सेवा ही धर्म है 🚩🙏🏻

कार्यक्रम का संचालन संघ गंगा समग्र नवसारी प्रांत के संयोजक श्री अरुण सिंह जी, संगठन मंत्री प्रकाश यादव जी और सह–संयोजक ऋषिदा ठाकुर जी के मार्गदर्शन में किया गया।
स्थान—सरा प्राथमिक शाला, वासदा सरा गाँव
यहां कुल 217 बच्चों को क्षेत्रीय ठाकुर सेना के सहयोग से स्वेटर वितरित किए गए।

ठंड के इस मौसम में बच्चों के लिए यह तोहफ़ा किसी अनमोल नेमत से कम नहीं था।


👥 समाजसेवा के कई चेहरे—एक ही लक्ष्य

कार्यक्रम में नवसारी प्रांत के प्रमुख प्रवीण भाई गढ़वी,
संगठन मंत्री वेद प्रकाश जी,
वृक्षारोपण आयाम प्रमुख प्रकाश भाई डाभी,
शिक्षा आयाम प्रमुख शोभना बेन देसाई,
युवा वाहिनी प्रमुख अनूप भाई भदोरिया,
नए सदस्य सुनील भाई,
स्कूल के प्रिंसिपल मुकेश जी,
गाँव के सभ्यजन अंकित भाई, शैलेश भाई,
और क्षेत्रीय ठाकुर सेना के पदाधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित रहे।

इन सबकी भागीदारी ने कार्यक्रम को और भी मजबूत, अनुशासित और प्रभावी बनाया।


🎁 खुशियों का दोगुना तोहफ़ा—स्वेटर और स्वीट

स्वेटर वितरण के साथ बच्चों को मिठाई भी दी गई।
मासूम चेहरों पर आई चमक यह बताने के लिए काफी थी कि यह पल उनके लिए कितना खास था।

इस खुशी के पीछे सबसे बड़ी भूमिका निभाई प्रकाश भाई जी ने—जिनकी मेहनत, लगन और सेवाभाव ने इस आयोजन को सफल बनाया।


🌿 सेवा, सहयोग और संवेदना—गंगा समग्र परिवार की पहचान

गंगा समग्र परिवार के सहयोग से आज जो काम हुआ, उसने दिलों में गर्माहट और समाज में उम्मीद दोनों बढ़ाई हैं।
प्रवीण भाई जी ने अपनी जिम्मेदारियों को जिस लगन से निभाया, उसके लिए पूरे समाज ने आभार व्यक्त किया।


✍️ "एनजीओ दर्पण" — विशेष रिपोर्ट

(सामाजिक संस्थाओं को समर्पित देश की एकमात्र राष्ट्रीय समाचार पत्रिका)

रिपोर्टर: ज़मीर आलम
📞 8010884848
🌐 www.ngodarpangov.org.in
📩 ngodarpanbharat@gmail.com


Friday, November 14, 2025

विद्याधाम विद्यालय में बाल दिवस उत्सव: बच्चों की प्रतिभा और ऊर्जा ने मन मोह लिया

— गुलवेज़ आलम, एनजीओ दर्पण विशेष रिपोर्ट

नवसारी (गुजरात)। बाल दिवस का अवसर हर वर्ष बच्चों की मासूमियत, उनकी रचनात्मक ऊर्जा और उज्ज्वल भविष्य के उत्साह को समर्पित होता है। इसी भावना को जीवंत करते हुए संघ गंगा समग्र और तपस्या नारी सेवा समिति चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा विद्याधाम विद्यालय में एक भव्य, अनुशासित और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बच्चों की आवाज़, उनकी मुस्कान और उनके जोश ने पूरे वातावरण को उत्सवमयी बना दिया।

🌼 चाचा नेहरू की सीखों को बच्चों ने दी जीवंत अभिव्यक्ति

कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों की प्रस्तुतियों से हुई। छोटी-छोटी उम्र के इन छात्रों ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन, विचारों और बच्चों के प्रति उनके प्रेम पर आधारित अपने भाषण प्रस्तुत किए। बच्चों का आत्मविश्वास, उनकी स्पष्ट वाणी और विषय की गहरी समझ ने उपस्थित सभी लोगों को प्रभावित कर दिया। सामाजिक जागरूकता हो, राष्ट्र निर्माण हो या अनुशासन—हर अभिव्यक्ति में एक नई ऊर्जा दिखाई दी।

🏅 प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चे हुए सम्मानित

कार्यक्रम के दौरान तपस्या नारी सेवा समिति द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्रों को मंच पर सम्मानित किया गया। उनके चेहरे पर झलकता गर्व और खुशी उनके परिश्रम का सुन्दर प्रतिबिंब था।

🎤 मुख्य अतिथि जिग्नेशभाई नायक का प्रेरणादायक संबोधन

जिला महामंत्री जिग्नेशभाई नायक ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि “राष्ट्र का भविष्य बच्चों के संकल्प और शिक्षा पर टिका है।"
उन्होंने पंडित नेहरू के बाल विकास संबंधी दृष्टिकोण और आधुनिक समय में उसकी प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला।

👥 समाजसेवा और शिक्षा का उत्कृष्ट समन्वय

इस अवसर पर गंगा समग्र के पदाधिकारी—

  • ऋषिदा ठाकुर
  • प्रवीण गढ़वी
  • जयंती पटेल
  • शोभना देसाई

साथ ही विद्यालय के प्रमुख प्रदीप पांडे व शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम को व्यवस्थित और सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

🌱 ऐसे आयोजन क्यों हैं महत्वपूर्ण?

आयोजकों ने बताया कि बाल दिवस जैसे आयोजनों से बच्चों में—

  • आत्मविश्वास बढ़ता है
  • समाज और संस्कृति की समझ विकसित होती है
  • सकारात्मक और रचनात्मक सोच का विकास होता है
  • सामूहिकता और अनुशासन की भावना मजबूत होती है

यह आयोजन बच्चों के लिए केवल एक समारोह नहीं, बल्कि जीवन भर याद रहने वाला प्रेरणादायक अनुभव बन गया।


📌 विशेष रिपोर्ट
गुलवेज़ आलम
राष्ट्रीय समाचार पत्रिका “एनजीओ दर्पण”
संपर्क: 8010884848
वेबसाइट: www.ngodarpangov.org.in
ईमेल: ngodarpanbharat@gmail.com


Tuesday, October 21, 2025

असदपुर जिडाना में मजदूर बेरोजगार एकता मंच का बढ़ता जनसमर्थन, सैकड़ों की भीड़ रही मौजूद

कांधला। क्षेत्र में मजदूर बेरोजगार एकता मंच का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को गांव असदपुर जिडाना में संगठन की एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मीटिंग में मौजूद लोगों ने संगठन को मजबूत करने और गांव-गांव तक इसकी पहुंच बढ़ाने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम के दौरान मो. तौफीक को ग्राम पंचायत अध्यक्ष, मो. निजामुद्दीन को ग्राम पंचायत उपाध्यक्ष और नसीम अंसारी को ग्राम पंचायत सचिव का नियुक्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष सैय्यद मोहम्मद असलम ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने मुस्लिम, पिछड़े और दलित समाज का इस्तेमाल किया, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्हें उनके हक से वंचित रखा गया।

कारी गुलफाम सिद्दिकी ने कहा कि नवनियुक्त पदाधिकारी संगठन को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य करें और गरीबों व बेरोजगारों की आवाज बनें। जिला अध्यक्ष अब्दुल वाजिद सिद्दीकी ने कहा कि संगठन तभी मजबूत होगा जब जनता इसके साथ खड़ी होगी। उन्होंने अपील की कि लोग अपने बच्चों को शिक्षित बनाएं ताकि वे अपने अधिकारों के लिए स्वयं आवाज उठा सकें।

मीटिंग में प्रमुख रूप से साजिद अंसारी, कारी गुलफाम सिद्दिकी, नौशाद सैफी, अंसार अंसारी, सैय्यद महबूब हसन, हकीम मुस्तकीम, जमील अब्बासी, आसिफ खान, साहिब राई, शहजाद खान, शमशाद सिद्दिकी, सद्दाम अल्वी, मोमीन अली, शुएब सिद्दिकी, महताब अब्बासी, फिरोज रंगरेज व खालिद सैफी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। समस्त सामाजिक संस्थाओं को समर्पित देश की एकमात्र राष्ट्रीय समाचार पत्रिका एनजीओ दर्पण के लिए पत्रकार गुलवेज़ आलम की खास रिपोर्ट 
#ngodarpan 
8010884848

मोहम्मद अली फाउंडेशन द्वारा अलीगढ़ में भव्य आयोजन

अलीगढ़। मोहम्मद अली फाउंडेशन द्वारा सर सैयद डे 2025 का आयोजन ऐतिहासिक जमांका पैलेस, अलीगढ़ में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ किया गया। यह कार्यक्रम अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के संस्थापक और महान शिक्षाविद सर सैयद अहमद खाँ की विरासत को सम्मानित करने और शिक्षा व सामाजिक सुधार में उनके योगदान को याद करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. मुराद अहमद ख़ाँ, असिस्टेंट प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेन लैंग्वेजेज़, एएमयू ने की। उन्होंने वर्तमान सामाजिक-राजनीतिक और शैक्षणिक परिदृश्य में सर सैयद की शैक्षणिक विचारधारा पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. सैयद ज़िया-उर-रहमान, विभागाध्यक्ष (फार्माकोलॉजी), एएमयू रहे। अपने संबोधन में उन्होंने सर सैयद अहमद खाँ की दूरदर्शी सोच को याद करते हुए युवाओं से उनके बताए रास्ते — तर्क, शिक्षा और कौमी एकता — पर चलने का आह्वान किया।

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. अज़हर जमी़ल, पूर्व प्राचार्य, यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बॉयज़, एएमयू ने तकनीकी शिक्षा के महत्व पर चर्चा की और बताया कि किस प्रकार सर सैयद की विचारधारा ने आधुनिक भारत के निर्माण में भूमिका निभाई।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और समाजसेवी मोहम्मद ज़ियाउद्दीन ने एकता, धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और सामाजिक सुधार की आवश्यकता पर बल दिया तथा सर सैयद के मिशन से प्रेरणा लेने की बात कही।

प्रो. सुहैल सबी़र, डिपार्टमेंट ऑफ केमिस्ट्री, एएमयू, ने अलीगढ़ मूवमेंट की ऐतिहासिक और दार्शनिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सर सैयद के प्रयासों ने भारतीय मुसलमानों में आधुनिक शिक्षा और सुधार की अलख जगाई।

एआईएमआईएम अलीगढ़ के ज़िला अध्यक्ष ने अपने भाषण में भारत में मुसलमानों की मौजूदा स्थिति और चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने राजनीतिक जागरूकता, सामाजिक एकता और शिक्षा को सशक्तिकरण के प्रमुख साधन बताया।

कार्यक्रम के संयोजक एवं मोहम्मद अली फाउंडेशन के संस्थापक मोहम्मद अली ने अपने मुख्य भाषण में सर सैयद अहमद खाँ को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एएमयू के 105 वर्षों की गौरवशाली यात्रा को रेखांकित करते हुए कहा कि सर सैयद का दृष्टिकोण अपने समय से कहीं आगे था — विवेक, समावेश और प्रगति पर आधारित।

उन्होंने बताया कि एएमयू ने न केवल भारतीय मुसलमानों के शैक्षणिक, सामाजिक और राजनीतिक उत्थान में योगदान दिया, बल्कि इसके छात्र आज विश्व के अनेक देशों — पाकिस्तान, बांग्लादेश, सऊदी अरब, ब्रिटेन और मध्य पूर्व — में सर सैयद की शिक्षाओं का परचम लहरा रहे हैं।
उन्होंने सर सैयद के प्रसिद्ध कथन का उल्लेख करते हुए कहा — “कौमें शिक्षा से बनती हैं” — और कहा कि सर सैयद को सच्ची श्रद्धांजलि तभी दी जा सकती है जब हम शिक्षा को मज़बूत करें, एकता को बढ़ाएं और भावी नेतृत्व तैयार करें।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. वसी बेग (डायरेक्टर, एसीएन कॉलेज, अलीगढ़) और निज़ाम मलिक, संयुक्त संयोजक, ने किया। उन्होंने सभी अतिथियों, शिक्षाविदों, राजनीतिक नेताओं और छात्रों का हार्दिक स्वागत किया।

विशेष धन्यवाद एडीएच ग्रुप के सदस्यों — सैयद असद (संयुक्त संयोजक), चौधरी आसिफ अली, ज़हीर ख़ान, कुनवर हारून, आसिफ ख़ान और अयूब ख़ान — को दिया गया, जिनके सहयोग और अनुशासन ने आयोजन को सफल बनाया।

कार्यक्रम में शिक्षाविदों और सामाजिक क्षेत्रों की अनेक हस्तियाँ उपस्थित रहीं, जिनमें प्रमुख थे — डॉक्टर शाजिया नाज एडवोकेट जिला उपाध्यक्ष कांग्रेस पार्टी सहारनपुर, डॉ. मोहसिन ख़ान, असिस्टेंट प्रोफेसर, यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक बॉयज़, एएमयू;
डॉ. मोहम्मद ख़ालिद, असिस्टेंट प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ स्टैटिस्टिक्स, एएमयू;
डॉ. ज़फ़र, डॉ. अनस, कुनवर नसीम, फरहत अली (भारत एजुकेशन, नेशनल प्रेसिडेंट), हाजी अब्दुल समद, रिज़वान (पूर्व सभासद), सद्दाम हुसैन, सैयद असलम, डॉ. जुनैद, ज़फ़रुद्दीन, एडवोकेट साजिया, निखत ख़ान, मेह़नाज़, निलोफर लियाकती, सिम्मी, युसरा, महक बी, हारून हफ़ीज़, एडवोकेट तनवीर, गुलफाम आदि।

यह आयोजन सर सैयद अहमद खाँ के आदर्शों को जीवंत करने और नई पीढ़ी को उनके मिशन से जोड़ने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल साबित हुआ। एनजीओ दर्पण राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए पत्रकार गुलवेज़ आलम की खास रिपोर्ट 
#ngodarpan 
8010884848