डॉ कफ़ील रिहा होकर बाहर आ गये हैं अब आइये दो और राजनैतिक बंदियों के लिये आवाज़ बुलंद की जाये !
पूर्व IPS संजीव भट्ट जी इसलिये जेल की सलाखों में हैं क्योंकि उन्होंने मोदी सरकार के दौरान हुए गुजरात दंगों का सच दुनिया को बताया और झुकने से इंकार कर दिया !
उत्तर प्रदेश में आज़म ख़ान भी इसलिये जेल में हैं क्योंकि योगी सरकार उनसे राजनैतिक दुश्मनी निकाल रही है !
ये वक्त जम्हूरियत में टूटते हुए यक़ीन को बचाने का है, जैसे आपने कफ़ील के लिये आवाज़ उठाई वैसे ही आइये संजीव भट्ट और आज़म ख़ान के लिये भी आवाज़ उठाते हैं !
Rehana khan
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