करने योग्य कर्तव्य ही धर्म है, बे-सहारा वृद्धों का सहारा बने,जीवन चक्र में माता-पिता अपने बच्चों को अपनी क्षमता के अनुसार अच्छी तरह पालते हैं। आशा भी करते हैं कि वृद्धावस्था में बच्चे उनका ध्यान रखेंगे, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता। कभी-कभी वृद्धावस्था में आमदनी वाला पार्टनर असामयिक साथ छोड़ देता है और कभी-कभी ईश्वर जवान बच्चों को छीन कर ले जाता है। विपरीत परिस्थितियों, स्वार्थी परिवार के कारण वृद्धों की मानसिक स्थिति भी अक्सर खराब हो जाती है और घर से निकाल दिये जाते हैं। कई बार परिवार के अन्य सदस्य कहीं दूर जा कर बस जाते हैं, और ऐसे में समय की मार और वृद्धावस्था में असहाय/ विक्षिप्त वृद्धों के लिए आश्रम ही आश्रय रह जाता है।
श्रीमती नम्रता शर्मा जी के द्वारा चलाया जा रहा दादा-दादी आश्रम ऐसे बे-सहारा वृद्धजनो को आश्रय दे रहा है। नम्रता शर्मा जी और उनका पूरा परिवार इस तरह के वॄद्ध जनों की सेवा में लगा हुआ है जो समय और समाज के द्वारा पीड़ितों का दर्द समझते हुए इस महान सामाजिक कार्य में लगे हुए हैं। बिना किसी सरकारी या संस्थागत मदद के श्री साँई सेवा संस्थान (दादा-दादी आश्रम), N-31, Lifeline Hospital के सामने, Ganganagar, Meerut नम्रता शर्मा जी के द्वारा कठिन परिस्थितियों में भरसक अच्छे प्रयासों से चलाया जा रहा है। आश्रम के लिए हमेशा सामान और धन की जरूरत रहती है।
समय की पुकार है कि मिल कर प्रयासों से आश्रम की सहायता की जाये।खान-पान, सफाई, दवाइयों, मेंटेनेन्स, आदि के अलावा building का किराया, कर्मचारियों का वेतन, बिजली का बिल, चिकित्सा सुविधायें जैसे बहुत खर्च हैं जहाँ हम मेम्बर सहयोग कर सकते हैं। आश्रम हमेशा पैसे की समस्या से जूझ रहा होता है। क्योकि सभी की क्षमता अलग-अलग होती है, हम अपनी-अपनी क्षमता के हिसाब से सहायता देने के लिए नम्रता शर्मा जी (mobile: 9557868655 या मेरे mobile 847600975 या व्यक्तिगत रूप) से बात कर के आवश्यकता अनुसार सहायक बन सकते हैं। हम अपने मित्रों, रिश्तेदारों, आस-पडोस से भी मदद ले सकते हैं। यदि कोई ग्रुप मेम्बर सरकारी या संस्थागत मदद दिला सकता हो तो जरूर प्रयास करे। _*बे-सहारा वृद्धों का सहारा बने*_
@Ngo Darpan
8010884848
7599250450
No comments:
Post a Comment